कानपुर: गंगा बैराज से पीएसआईटी के बीटेक छात्र ने लगाई छलांग, मौत

कानपुर, अमृत विचार: कोहना थानाक्षेत्र में घर से किसी बात से नाराज होकर निकले बीटेक छात्र ने गंगा बैराज से गंगा नदी में छलांग लगा दी। युवक के छलांग लगाने पर आसपास के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। कोहना पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाल लिया। घटनास्थल के पास खड़ी मिली स्कूटी से शव की पहचान कर परिजनों को जानकारी दी, तो कोहराम मच गया। पीड़ित परिवार के पोस्टमार्टम कराने से मना करने पर पुलिस ने पंचनामा भरकर शव उनके सुपुर्द कर दिया।
तिवारीघाट निवासी राकेश गौड़ केस्को एमडी के चालक हैं। वर्तमान में वह परिवार के साथ नवाबगंज के विष्णुपुरी में रहते हैं। परिवार में पत्नी उषा, 21 वर्षीय बेटा आयुष उर्फ गोलू, और बेटी दिव्यांशी है। कोहना इंस्पेक्टर अवधेश कुमार ने बताया कि आयुष पीएसआईटी में बीटेक प्रथम वर्ष कम्प्यूटर साइंस का छात्र था। मंगलवार दोपहर आयुष का घर में परिजन से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। जिसके बाद शाम करीब चार बजे आयुष स्कूटी लेकर गंगा बैराज पुल पार कर कल्लूपुरवा की तरफ नदी के पास पहुंचा। इसके बाद उसने स्कूटी खड़ी कर गंगा में छलांग लगा दी। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी कोहना पुलिस को दी।
पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से छात्र की नदी में गोताखोरों की मदद से तलाश कराई। करीब एक घंटे बाद पुलिस ने छात्र को नदी से बाहर निकाला। पुलिस उसे निकालकर निजी अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। छात्र के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से मना किया, जिसके बाद कागजी कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
परिजनों ने ज्यादा बात करने से किया मना
गंगा बैराज पूर्व में आत्महत्या के लिए जाना जाता रहा है। इसके बाद जिम्मेदार अधिकारियों ने वहां पर ऊंची जाली लगवा दी थी। इस पर काफी हद तक आत्महत्या करने पर अंकुश लगा था। पुलिस के अनुसार बीटेक छात्र कल्लूपुरवा की ओर पहुंचा, इसके बाद वहां से नदी में छलांग लगा दी। गहरे में जाने के कारण डूबने से मौत हो गई।
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