मुरादाबाद : गणित पार्क में बच्चे आसानी से सीखेंगे जोड़ना-घटाना, स्कूल की दीवारों और पेड़ पर अंकित किए जरूरी संदेश 

मुरादाबाद : गणित पार्क में बच्चे आसानी से सीखेंगे जोड़ना-घटाना, स्कूल की दीवारों और पेड़ पर अंकित किए जरूरी संदेश 

मुरादाबाद, अमृत विचार। प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर नगली देख लिया, तो आप सीबीएसई और प्ले स्कूल को भूल जाएंगे। सभी बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। यहां पेड़ से लेकर दीवारें तक ज्ञान का भंडार बनी हैं। जिनसे बच्चे ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं। अब स्कूल में गणित पार्क का निर्माण किया गया है। जिसकी मदद से बच्चे विभिन्न आकार और जोड़ना घटाना आसानी से सीख सकेंगे। हालांकि सीबीएसई के प्ले स्कूलों में बेहतर तरीके से सौंदर्यीकरण सुंदरता के लिए जाने जाते हैं। यह स्कूल बड़े ही शानदार अंदाज में बने हुए होते हैं। जिससे बच्चों को अपनी ओर प्रभावित किया जा सके।

हमारे आसपास ऐसी बहुत से वस्तु होती हैं। जिनका प्रयोग करके हम अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। अपने काम को आसान बना सकते हैं। कुछ इसी अंदाज में आसपास के पेड़-पौधे, दीवारों से बच्चों को ज्ञान दिलाने का काम प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर नगली के प्रधानाध्यापक डा. हरनंदन सिंह कर रहे हैं। इस स्कूल की दीवारों पर संदेश, हिंदी वाक्य, एबीसीडी, क ख ग... आदि लिखा गया है। जिससे जहां दीवारों पर ज्ञान का भंडार है। वहीं इससे स्कूल की सुंदरता में भी चार चांद लग गए हैं। स्कूल में बच्चों की संख्या को बढ़ाने के लिए इन दिनों कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में स्कूल में गणित पार्क का निर्माण कराया गया है। इसमें स्टार, हार्ट, कोन आदि के सेल्फी प्वाइंट बनाए गए हैं। साथ ही इसे क्या कहते हैं, इसमें बच्चों को समझाया गया है। 

उदाहरण के तौर पर मैं हूं शंकु सेल्फी प्वाइंट। जिसमें बीच में शंकु आकार में स्थान छोड़ा गया है। जिसमें बच्चे अपना चेहरे दिखाकर सेल्फी ले सकते हैं। इस पर लिखा है कि गोलाकार आधार तथा घुमावदार सतह वाली आकृति शंकु होती है। ऐसे ही दिल, सितारा, अंडाकार आदि बनाए हैं। वहीं दीवारों पर आरोही क्रम, अवरोही क्रम को चित्र के माध्यम से समझाया गया है। इसमें जोड़ना, घटाना, गुणा व भाग के चिह्न बनाए गए हैं। जिससे बच्चे आसानी से गणित सीख रहे हैं।

राज्य पुरस्कार से सम्मानित हैं प्रधानाध्यापक
डॉ. हरनंदन सिंह का नाम बेसिक शिक्षा विभाग के अच्छे शिक्षकों की सूची में आता है। वह आए दिन नवाचार के लिए बेसिक शिक्षा विभाग में जाने जाते हैं। उन्होंने अपने प्रयास से बच्चों की पढ़ाई को आसान व दिलचस्प बना दिया है। वह 2018 में राज्य शिक्षक पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं। आए दिन स्कूल में वह विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम जैसे हिंदी-अंग्रेजी, अन्त्याक्षरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेल कूद कराते रहते हैं। जिससे बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा निखर रही है।

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