वक्फ बिल पर बढ़ी रार: अखिलेश यादव ने कहा- हम करेंगे विरोध, बीजेपी हर जगह चाहती है अपना कंट्रोल, जेडीयू ने साधी चुप्पी

वक्फ बिल पर बढ़ी रार: अखिलेश यादव ने कहा- हम करेंगे विरोध, बीजेपी हर जगह चाहती है अपना कंट्रोल, जेडीयू ने साधी चुप्पी

नई दिल्ली/लखनऊ। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार बुधवार लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने की तैयारी कर रही है। इससे पहले राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोला है। वहीं, एनडीए की सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने भी साफ कह दिया है कि वो वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद में स्टैंड लेगी।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हम इस वक्फ बिल के विरोध में हैं। बिल के खिलाफ हैं, क्योंकि बीजेपी हर जगह अपना कंट्रोल चाहती है। ये सरकार हर जगह हस्तक्षेप कर रही है और हर जगह कंट्रोल चाहती है। वहीं सपा के राज्यसभा सदस्य व पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा, देश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की योजना बनाई गई। इनका उद्देश्य यही है कि कैसे देश का सद्भाव बिगाड़ दें। लोगों की हत्या की जा रही है। लोगों को मारा जा रहा है। लोगों को पुलिस प्रोटेक्शन में मारा जा रहा है। अगर मुसलमानों में डर है तो जायज है।

जेडीयू ने कहा- लोकसभा में करेंगे क्लियर करेंगे पार्टी का स्टैंड

वक्फ बिल पर जेडीयू ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिए बहुत काम किया है। संसद में हम अपना रुख साफ करेंगे। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ललन सिंह ने कहा, JDU, नीतीश को विपक्ष के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। विपक्ष को अपने अंदर झांकना चाहिए। कांग्रेस ने मुसलमानों के लिए क्या किया, वो बताए। नीतीश जी ने मुसलमानों के लिए काम किया है। नीतीश जी ने मुसलमानों के लिए इतना काम किया, जितना किसी शासन ने नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, नीतीश जी ने दंगा पीड़ित परिवारों को न्याय दिया। कांग्रेस, विपक्ष के लिए धर्मनिरपेक्षता सिर्फ वोट बैंक की पॉलिटिक्स है। लोकसभा का इंतजार करिए। पार्टी का स्टैंड वहां क्लियर होगा।

'बिल को तत्काल वापस ले सरकार'

वहीं, जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने कहा, वक्फ संशोधन बिल को तत्काल वापस लेना चाहिए। ये बिल मुसलमानों के खिलाफ है। अड़ियल रवैए से लोकतंत्र में काम नहीं चलता है। जेडीयू ने अभी तक इस बिल का समर्थन नहीं किया है। नीतीश कुमार धर्मनिरपेक्षता से समझौता नहीं करते हैं। हमारी बात उन तक पहुंची है।

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