Bareilly: सीएम ग्रिड...40 साल होगी इन सड़कों की गारंटी, CCTV से निर्माण की निगरानी

बरेली, अमृत विचार। सीएम ग्रिड स्कीम के तहत शहर में जो सड़कें बनने जा रही हैं, उनकी 40 साल की गारंटी तय की जानी है। इसी कारण इन सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कड़ी प्रक्रिया निर्धारित की गई है। डेलापीर में प्लांट स्थापित किया गया है जहां इन सड़कों की निर्माण सामग्री सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में तैयार की जाएगी। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर लखनऊ के अफसर सीधी नजर रखेंगे।
सीएम ग्रिड स्कीम के तहत मॉडल टाउन में पहले फेज के निर्माण कार्य शुरू किए गए हैं। इसमें कुष्ठ आश्रम रोड, एकता नगर, डीडीपुरम समेत कई जगह सीवर, पानी और बिजली की लाइनों को अंडरग्राउंड किया जाना है। इस फेज में अलग-अलग हिस्से में 34 सौ मीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया जाना है। अनुबंध की शर्तों के मुताबिक सड़क बनाने वाली कार्यदायी संस्था को इन सड़कों की 40 साल की गारंटी देनी होगी। यह भी ध्यान रखेगी कि सड़क का निर्माण होने के बाद उसे 10 साल तक खोदने की जरूरत न पड़े। वर्ना उसे दोबारा सड़क निर्माण करना होगा।
इसी कारण सीएम ग्रिड के निर्माण कार्यों की लखनऊ से सीधी मॉनिटरिंग की जा रही है। इसमें इस्तेमाल की जा रही निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की डेलापीर प्लांट में लगे सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। इस प्लांट को कंप्यूटरीकृत कर अलग-अलग जगह आठ कैमरे लगाए गए है। एक कैमरा कंक्रीट मिक्सर मशीन के पास लगाया गया है। गेट पर लगा कैमरा निर्माण सामग्री पर नजर रख रहा है। इन सभी कैमरों को नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव, नगर आयुक्त और मुख्य अभियंता के मोबाइल फोन से कनेक्ट किए गए हैं ताकि किसी स्तर पर गुणवत्ता में कोई कमी न रहे।
दूसरे फेज के लिए भी डेलापीर प्लांट में तैयार होगी निर्माण सामग्री
बरेली: सीएम ग्रिड स्कीम के दूसरे फेज के कार्यों के लिए नगर विकास विभाग ने 4591.17 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है। इस बजट से कोहाड़ापीर पेट्रोल पंप से जीआरएम स्कूल होते हुए कुदेशिया पुल तक विकास कार्य होंगे। पहली किस्त के रूप से 14.46 करोड़ की धनराशि जारी कर इस फेज के कार्यों के लिए 15 महीने की समय सीमा तय की गई है। दूसरे फेज का भी मुख्य काम कोहाड़ापीर से धर्मकांटे चौराहे तक सड़क निर्माण का है। यूटिलिटी डक्ट और पार्किंग का भी इंतजाम किया जाना है। पावर कॉरपोरेशन की ओर से भी इस रोड पर 1192.91 लाख की धनराशि से काम कराए जाएंगे। इन कामों के लिए भी निर्माण सामग्री डेलापीर प्लांट में तैयार होगी ताकि गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए निगरानी की जा सके।