बरेली: पांच साल से मीटरों में गड़बड़ी का खेल, कई करोड़ रुपये के घोटाले की आशंका

बरेली, अमृत विचार: फरीदपुर में संविदा कर्मचारी के मकान से बड़ी संख्या में मीटर पकड़े जाने के मामले की जांच शुरू हो गई है। शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि कई अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से पिछले पांच साल से संविदा कर्मचारी के घर में मीटर की प्रयोगशाला बनाकर मीटरों में गड़बड़ी की जा रही थी।
कई करोड़ रुपये का घोटाला होने की आशंका जताई जा रही है। प्रकरण में डिवीजन में पूर्व में तैनात रहे कई अधिशासी अभियंता, एसडीओ और जेई के साथ अन्य कर्मचारियों की भूमिका की जांच कराने की बात कही जा रही है।
सीओ विजिलेंस मीनाक्षी शर्मा की अगुवाई में टीम ने बुधवार को फरीदपुर के मोहल्ला कानून गोयान में संविदा कर्मचारी रोहताश शर्मा उर्फ लाल करन के घर में दबिश देकर 74 नए, करीब 20 खराब और पुराने मीटर बरामद कर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। विजिलेंस टीम की जांच में पता चला है कि संविदा कर्मचारी के मकान से पकड़े गए मीटरों में से कुछ पर 2019 के आवंटन की तारीख अंकित है।
बताते हैं कि पांच साल से संविदा कर्मचारी के मकान में मीटर में गड़बड़ी करने का खेल चल रहा था। इस खेल में पूर्व में तैनात रहे ग्रामीण क्षेत्र के सेकेंड डिवीजन के अधिकारियों की भूमिका की जांच कराई जाएगी।
डीजी विजिलेंस के साथ शक्ति भवन मुख्यालय ने मांगी रिपोर्ट
मीटर पकड़े जाने के मामले में पुलिस महानिदेशक सतर्कता पावर कॉरपोरेशन और मुख्यालय शक्ति भवन से सीओ विजिलेंस से रिपोर्ट तलब की गई है। सीओ विजिलेंस ने बताया कि रिपोर्ट तैयार की जा रही है। सोमवार तक रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय भेज दी जाएगी।
संविदा कर्मचारी पर अभी तक विभागीय कार्रवाई नहीं
फरीदपुर के मोहल्ला कानून गोयान में संविदा कर्मचारी रोहताश शर्मा के मकान से 90 से अधिक बिजली मीटर बरामद होने के 24 घंटे बाद भी उसके खिलाफ विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जिससे अफसरों की भूमिका पर सवाल उठ रहे रहे हैं।
कर्मचारी के मकान से मीटर पकड़े जाने के बाद लखनऊ मुख्यालय को सूचना दी गई है। कुछ मीटर 2019 के भी हैं। मामले की रिपोर्ट शक्ति भवन मुख्यालय को दी जाएगी-मीनाक्षी शर्मा, सीओ विजिलेंस
सीओ विजिलेंस की तरफ से रिपोर्ट मिलने के बाद विभागीय जांच कमेटी का गठन कर संविदा कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी। पता किया जाएगा कि संविदा कर्मचारी के मकान में इतने मीटर कहां से आए- ज्ञानेंद्र सिंह, अधीक्षण अभियंता
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