Sambhal violence : संभल में 24 नवंबर को सर्वे टीम पर हमला करने की थी बड़ी साजिश
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन न्यायिक आयोग के सामने बयान दर्ज कराने संभल पहुंचे

विष्णु शंकर जैन,अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट
संभल, अमृत विचार। 24 नवंबर को संभल जामा मस्जिद में सर्वे की कार्रवाई के दौरान मौजूद सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने भी शुक्रवार को हिंसा मामले की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग के सामने पहुंचकर अपने बयान दर्ज कराये। विष्णु शंकर जैन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 24 नवंबर को जो हुआ उसके पीछे बड़ी साजिश थी। बवाल करने वालों का इरादा सर्वे कर रही टीम पर हमला करने का था।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संभल हिंसा मामले की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग ने नोटिस भेजा तो शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन आयोग के सामने बयान दर्ज कराने के लिए संभल पहुंचे। लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में आयोग के सामने बयान दर्ज कराने के बाद पत्रकारों से बातचीत में विष्णु शंकर जैन ने कहा कि आयोग ने 19 नवंबर और 24 नवंबर के घटनाक्रम के बारे में बयान दर्ज कराने के लिए आयोग ने नोटिस दिया तो आज पूरा डिटेल स्टेटमेंट आयोग के सामने रखा है। यह बात समझ लेनी चाहिए कि 24 नवंबर को पूरी साजिश के तहत एक हिंसा की गई थी।
बड़ी हिंसा करने और सर्वे टीम पर हमला करने की एक बड़ी साजिश रची गई थी। हिंसा कैसे और क्यों भड़की यह सभी जानकारी आयोग के सामने रखी गई है।विष्णु शंकर जैन ने बताया कि हिंसा के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई थी और उसको रोकने के लिए पुलिस के द्वारा आंसू गैस का प्रयोग किया गया। सर्वे की कार्रवाई के दौरान जय श्री राम के नारे लगाने के आरोपों पर एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने कहा कि इस तरह की आरोप लगाना बिल्कुल भी बुनियाद है। इसे लेकर भी जानकारी आयोग के सामने रखी है। उस वीडियो फुटेज को निकाला जाए जहां पर एडवोकेट विष्णु शंकर जैन नारे लगाते हुए दिखते हैं। जो षड्यंत्र रचा गया था उसको छिपाने के लिए इस तरीके के झूठे आरोप लगाए गए।
संभल जामा मस्जिद की रंगाई पुताई को लेकर एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने कहा कि कोर्ट ने ऑब्जेक्शन फाइल करने के लिए मस्जिद कमेटी को 4 मार्च तक का समय दिया है । अब 4 मार्च को संभल की जामा मस्जिद में रंगाई पुताई मामले को लेकर अदालत में अगली सुनवाई होगी।
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