महाकुंभ मेले से 32 दुकानदारों को निष्कासित करने के लिए टास्क फोर्स ने दी मंजूरी, जानें क्यों हुई कार्रवाई...
प्रयागराज। पौष पूर्णिमा स्नान के साथ सोमवार यानी 13 जनवरी से महाकुंभ मेला प्रारंभ हो गया। मेला अधिकारी के मुताबिक, सुबह आठ बजे तक 60 लाख से श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्त श्रद्धालुओं, संत महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुंभ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं।
वहीं महाकुंभ मेला में गैर सनातनियों के प्रवेश रोकने की मांग लगातार उठती रही है। अपनी परंपरा व पवित्रता को आधार बनाकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष सहित तमाम संतों ने उन गैर सनातनियों का प्रवेश महाकुंभ में रोकने की मांग उठाई थी, जो खाने-पीने की चीजों में थूक लगाकर बेचते थे। इसके लिए अब संतों ने अपनी तरफ से संत टाक्स फोर्स का गठन कर दिया है।
32 दुकानदारों को किया गया बाहर
संतों द्वारा गठित टास्क फोर्स ने प्रयागराज महाकुंभ मेले में 32 दुकानदारों को निष्कासित करने की मंजूरी दे दी, क्योंकि वे अपना पहचान पत्र दिखाने में असफल रहे हैं। संबंधित क्षेत्र के थाना में शिकायत करके कड़ाई करने के लिए कहा है। संत टास्क फोर्स में 1500 संत शामिल हैं। ये मेला क्षेत्र के शिविरों-दुकानों के आसपास नजर बनाए हैं। संदिग्ध व्यक्ति के मिलने पर उसे पकड़कर पुलिस को दिया जाएगा।
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