अयोध्या: राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ, बड़ी संख्या में जुटे श्रद्धालु...CM योगी ने किया रामलला का अभिषेक 

अयोध्या: राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ, बड़ी संख्या में जुटे श्रद्धालु...CM योगी ने किया रामलला का अभिषेक 

अयोध्या (उप्र)। अयोध्या में राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर पूरे देश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस पवित्र नगरी आ रहे हैं और उनमें इसको लेकर काफी उत्साह है। तीन दिवसीय समारोह शनिवार को यजुर्वेद के पाठ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रामलला की मूर्ति के अभिषेक के साथ शुरू हुआ। हजारों लोग निकटवर्ती एवं दूर-दूर से शहर में आ चुके हैं, और 11 से 13 जनवरी के बीच तीन दिनों तक आयोजित सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों को देखने के लिए मंदिर परिसर की ओर जा रहे हैं। 

राममंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने  बताया, ‘‘अयोध्या पूरी तरह से भगवान राम की भक्ति में सराबोर है। अयोध्या में राममंदिर में हर रोज उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भगवान राम के प्रति अपार आस्था दर्शाती है। राममंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का मतलब यह भी है कि समाज के विभिन्न वर्गों के लोग भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अत्यंत प्रसन्न हैं। वे भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पूरे उत्साह के साथ मना रहे हैं। यहां पूरी तरह से हर्षोल्लास का माहौल है।’’ 

अयोध्या के मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने  कहा, ‘‘ऐसा लग रहा है जैसे एक सपना पूरा हो गया है। हम अयोध्या को उत्साह और आनंद की नगरी के रूप में देख रहे हैं। मैं स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस करता हूं कि मुझे अयोध्या की सेवा करने का मौका मिला।’’ उन्होंने कहा कि अयोध्या में औसतन प्रतिदिन 1.5 लाख लोग आ रहे हैं और इन तीन दिनों में यहां आ रहे लोगों की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है। 

संपर्क करने पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने  कहा, ‘‘यह नोडल एजेंसियों की कड़ी मेहनत का नतीजा है कि (मंदिर की) तीन मंजिल पूरी हो गई हैं। मंदिर के शिखर पर काम जारी है और वह भी लगभग दो महीने में पूरा हो जाएगा। यह निश्चित रूप से उत्साहजनक है।’’ मिश्रा ने कहा, ‘‘मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उनकी भक्ति को दर्शाती है। मंदिर बनने के बाद से अब तक 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान रामलला के दर्शन किए हैं। आज माहौल में उत्साह है।’’ 

अयोध्या में तुलसी उद्यान के पास रहने वाले रजत सिंह बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हर साल हम अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की सालगिरह मनाते हैं। मुझे लगता है कि यह भगवान रामलला की सालगिरह है, जिनकी मूर्ति की पिछले साल एक भव्य और दिव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। यह दिन मेरे और परिवार के सदस्यों के लिए एक विशेष दिन है, क्योंकि हमने खुशी से 'प्राण प्रतिष्ठा' दिवस (2024) को याद करते हैं। अयोध्या का हर निवासी प्रसन्न है और उत्साहित महसूस कर रहा है।’’ 

लखनऊ स्थित महापुरुष स्मृति संस्थान के प्रमुख भरत सिंह ने कहा, ‘‘यह निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को एक वर्ष पूरा हो गया है। भगवान राम दुनिया भर में फैले करोड़ों भक्तों के लिए आशा और आस्था के प्रतीक हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का नाम लेने से लोगों को अपार शांति, संतुष्टि और शक्ति मिलती है और आने वाली पीढ़ियां भी ऐसा करती रहेंगी।’’ 

मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, 11 से 13 जनवरी तक होने वाले इस समारोह में उन लोगों को शामिल करने का लक्ष्य है जो पिछले साल ऐतिहासिक समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे, साथ ही, करीब 110 आमंत्रित वीआईपी भी इसमें शामिल होंगे। 

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पहले कहा था, ‘‘ट्रस्ट ने आम लोगों को आमंत्रित करने का फैसला किया है जो पिछले साल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। उन्हें अंगद टीला में तीनों दिन के कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।’’ 

ट्रस्ट ने कहा कि 110 वीआईपी समेत मेहमानों को निमंत्रण पत्र दिए गए हैं, जो 22 जनवरी, 2024 को मूल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। राय ने पहले कहा था, ‘‘जो लोग पिछले साल शामिल नहीं हो पाए थे, उन्हें इस वर्षगांठ समारोह में शामिल किया जाएगा।’’ पिछले साल 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम था।

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