भारतीय आस्था के स्पंदन का प्रतीक है महाकुंभ : मंत्री जयवीर सिंह

भारतीय आस्था के स्पंदन का प्रतीक है महाकुंभ : मंत्री जयवीर सिंह

महाकुंभनगर। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बुधवार को कहा कि मानवता के अमूर्त विरासत के रूप में प्रसिद्ध सनातन संस्कृति के सबसे बड़े मानव समागम महाकुंभ भारतीय आस्था के स्पंदन का प्रतीक है।

जयवीर सिंह ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महाकुंभ भारतीय आस्था के स्पंदन का प्रतीक है। राज्य सरकार का प्रयास है कि महाकुंभ से लौटने वाला प्रत्येक श्रद्धालु एक सुखद अनुभूति लेकर जाए। उन्होंने कहा, सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले लगभग 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के इस महाकुम्भ में आने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि प्रयागराज शहर में 20 लघु मंचों के माध्यम से प्रदेश की विभिन्न लोक कलाओं, क्षेत्रीय कलाकारों द्वारा 45 दिनों तक देशभर के कलाकारों के संगम का भी अवसर प्रदान करेगा। महाकुम्भ में भव्य ड्रोन शो और लेजर शो भी आयोजित कराया जाएगा जिसकी तारीखों की घोषणा की शीघ्र जाएगी। महाकुंभ में भव्यता, दिव्यता एवं अलौकिकता का अनुभव कर सके, इसके लिए तमाम सुविधाएं सुलभ कराई जा रही हैं। 

 जयवीर सिंह ने दिल्ली में उप्र.पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित 'महाकुंभ-2025 प्रील्यूड' का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, कि महाकुम्भ-2025 में आस्था की डुबकी लगाने के लिए देश के केन्द्रीय नेताओं एवं प्रदेश तथा संघ क्षेत्रों के श्री राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों तथा एलजी को भी आमंत्रित किया गया है। विभिन्न देशों के राजदूतों को भी इसमें अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अनुरोध किया गया है।

पर्यटन विभाग की ओर से पांच एकड़ में यूपी स्टेट पवेलियन की स्थापना की जा रही है, जिसमें कुल 12 सर्किट को प्रदर्शित किया जाएगा। वृहद मानचित्र पर थ्री-डी तकनीक के माध्यम से अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयागराज, कुशीनगर, सारनाथ, नैमिषारण्य सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों को दर्शाया जाएगा। उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम (यूपीएसटीडीसी) की एमडी सुश्री सान्या छाबड़ा ने पर्यटन निगम द्वारा मेले में की गयी तैयारियों की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि विभिन्न पैकेज तैयार किए हैं जिसकी जानकारी संबंधित वेबसाइट पर उपलब्ध है। श्रद्धालु ऑनलाइन गाइड की बुकिंग कर सकते हैं। यह सुविधा मेला सेंटर पर भी उपलब्ध होगी। योग, मेडिटेशन सेंटर के साथ-साथ हेलीकॉप्टर जॉयराइड की भी सुविधा दी जा रही है। हेलीकॉप्टर से मेला क्षेत्र का अद्भुत अवलोकन के लिए श्रद्धालुओं को सात-आठ मिनट के लिए 3000 रुपए का भुगतान करना होगा। ‎

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