पीलीभीत: पीटीआर में शिकारियों की दस्तक, सर्च में मिला चीतल का शव
पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के मैनाकोट जंगल में शिकारियों ने दस्तक दी। गश्त करते टीम के पहुंचने पर आरोपी भाग गए। मौके पर चेक करने पर एक चीतल का शव पड़ा मिला। वहीं, बाघ या तेंदुए का शिकार करने के लिए लगाए गए तार के फंदे भी बरामद किए गए हैं।
बता दें कि वन विभाग की टीम सोमवार को मैनाकोट के जंगल की बाउंड्री की तरफ गश्त पर थे। मैनाकोट सागर ताल के पास कुछ दूरी पर जंगल के भीतर से कुत्तों के भौंकने की आवाज आई। इंसान के होने की आहट भी हुई। इस पर टीम भीतर घुसी तो वहां पांच लोग मौजूद थे, जोकि टीम को देख भागने लगे। झाड़ियों का उठाकर सभी फरार हो गए। हालांकि उनकी पहचान मैनाकोट गांव के रहने वाले कन्धईलाल, कांताप्रसाद, धम्बन, छत्रपाल और भगवत सरन के रुप में हुई। नजदीक में ही झाड़ियां कटी हुई थी। लोहे के तार के फंदे भी मिले। मंगलवार सुबह स्टाफ के साथ कांबिंग की गई तो घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एक चीतल का शव मिला। वहां से कुछ दूरी पर मोर का अंडा भी कुचला पड़ा था। जांच में सामने आया कि शिकारी वन क्षेत्र में टाइगर के कोर क्षेत्र में बाघ या तेंदुए के शिकार के उद्देश्य से तार के फंदे लगाने का प्रयास कर रहे थे। आरोपी कन्धईलाल का आपराधिक इतिहास है। वह बाघ के शिकार में नामजद रहा है। पांचों आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की गई है। पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ विभागीय केस काटा गया है। उनकी धरपकड़ को टीम लगाई गई है।
ये भी पढ़ें - एनकाउंटर का बदला महाकुंभ में लेंगे...आतंकी पन्नू की धमकी के बाद पीलीभीत साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज