लखीमपुर खीरी: पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर दूसरे दिन भी हंगामा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
रात में भी पुरुष दरोगा ने महिलाओं से की थी ज्यादती
निघासन/मझगईं, अमृत विचार। गांव हुलासी पुरवा निवासी गैंगस्टर रामचंद्र की पुलिस अभिरक्षा में हुई मौत के बाद मंगलवार को बवाल हो गया। निघासन के कस्बा बम्हनपुर में जाम लगाने की कोशिश कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। सड़क पर डाले गए तख्त आदि उलट-पुलट कर किनारे कर दिए। पुलिस की लाठीचार्ज करने और ग्रामीणों को धमकाने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
थाना निघासन पुलिस ने करीब आठ दिन पहले थाना मझगईं के गांव हुलासी पुरवा निवासी रामचंद्र (40) पर अवैध शराब बनाने के आरोप में गैंगस्टर के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। सोमवार को वह अपने साथियों के साथ लालबोझी जंगल में जलौनी लकड़ी बीनने गया गया था। शाम को निघासन की पुलिस ने थाना मझगईं पुलिस को साथ लेकर रामचंद्र और उसके एक साथी को पकड़ लिया था। थाने में पूछताछ के दौरान रामचंद्र की हालत बिगड़ने के बाद सीएचसी में उसकी मौत हो गई थी। रात में ही सीएचसी पर हंगामा हुआ था और पुलिस ने सीएचसी में शव से लिपटकर रो रहीं परिवार की महिलाओं को खदेड़ दिया था। साथ ही शव को एंबुलेंस में रखकर जिला मुख्यालय लेकर रवाना हो गई थी। मंगलवार को पोस्टमार्टम बाद शव लाया गया तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए और बम्हनपुर चौराहा पर जाम लगा दिया। सूचना पर पुलिस और पीएसी पहुंच गई। पुलिस ने पहले सभी को मौके से हटाने की कोशिश की, लेकिन जब लोग नहीं माने तो उन पर लाठीचार्ज कर दिया। इससे ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। दुकानदार भी दहशत में आ गए। उन्होंने भी अपनी दुकाने बंद कर दीं। इसके बाद पुलिस ने हाईवे पर डाले गए तख्त, खड़े किए गए ठेले आदि हटाकर जाम खुलवाया।
दरोगा बोला- बड़े सूरमा हो, जानते नहीं हो अभी मुझे
हाईवे जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हाईवे जाम के दौरान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे एक चालक को रोक लिया। पुलिस का कहना है कि चालक ट्रैक्टर से पुलिस की गाड़ी को हटाने की कोशिश कर रहा था। इस पर मझगईं एसओ दयाशंकर द्विवेदी का पारा चढ़ गया। उन्होंने चालक से कहा कि अगर असल बाप के हो तो ट्रैक्टर आगे बढ़ाओ, ट्रैक्टर को कनस्तर बना दूंगा। तुम बहुत बड़े सूरमा हो। अभी हमें जानते नहीं हो। ट्रैक्टर चालक को धमकाते एसओ का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आरोपी पुलिस वालों को निलंबित करने की मांग पर अड़े परिजन
मंगलवार की शाम परिजन शव का अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गए। मृतक के भाई दिनेश ने कहा कि उसके भाई पर जितने केस लगाए गए हैं। उनमें अधिकतर केस फर्जी हैं। उन केसों को खत्म किया जाए। परिवार को 30 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। निघासन और मझगई के प्रभारी निरीक्षकों के साथ दोषी पुलिस वालों को तत्काल निलंबित किया जाए। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है। वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस पर धौरहरा सीओ पीपी सिंह ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन परिवार वाले नहीं माने। इससे झल्लाए सीओ सिंह ने कहा कि आप लोगों की मांगे जायज नहीं हैं। जितने दिन शव रखना हो रखो। कोई भी मांग पूरी नहीं होगी। न ही कोई निलंबित होगा।
तीन डॉक्टरों के पैनल से हुआ पोस्टमार्टम, वीडियोग्राफी भी कराई
मृतक रामचंद्र के शव का मंगलवार को तीन डॉक्टरों के पैनल से कराया गया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस छावनी में तब्दील रहा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ नहीं हो सकी है। डॉक्टर ने बिसरा सुरक्षित किया है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
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