Barabanki News : कचरे से बनेगी बिजली, साउथ कोरिया ने बढ़ाया हाथ
10 हजार वर्गमीटर में लगेगा प्लांट, 100 टन कचरे की आवश्यकता
प्रतिदिन बनेगी 72 मेगावाट बिजली, जनपद को मिलेगा प्रॉफिट में शेयर
बाराबंकी, अमृत विचार : जिलेभर से प्रतिदिन 100 टन से ज्यादा कचरा निकलता है। जिसमें करीब 50 से 60 टन कूड़ा नगर पालिका क्षेत्र का होता है। लेकिन कचरा प्रबंधन की उचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से यह कूड़ा अक्सर जिले की सबसे बड़ी समस्या बन जाता है। मगर सब कुछ ठीक रहा तो यही कचरा अब ताकत बनेगा। इसी को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की दक्षिण कोरिया के डेलीगेशन के साथ एक बैठक हुई। बैठक में दक्षिण कोरिया के डेलीगेशन में आये हुए वित्तीय निवेश सलाहकार सांगवान किम ने जनपद में सॉलिड वेस्ट से ग्रीन एनर्जी (बिजली) उत्पादन के लिये इकोनॉमिक डेवलेपमेंट कार्पोरेशन फंड के अंतर्गत प्लांट स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने एक छोटी सी प्रेजेंटेशन भी दी।
प्रजेंटेशन में उन्होंने बताया कि भारत सरकार और साउथ कोरिया के कोलैबोरेशन के अंतर्गत लगभग एक हजार करोड़ के ईडीसीफ फंड से जनपद में वेस्ट टू ग्रीन एनर्जी उत्पादन का प्लाण्ट स्थापित किया जाएगा। जिसमें 100 टन सॉलिड वेस्ट से प्रतिदिन 72 मेगावाट बिजली बनाई जाएगी। इस बिजली को बेचने से जो लाभ होगा उसमें जनपद का भी शेयर होगा। बता दें कि वर्तमान में नगरपालिका कूड़ा रीसाइकिल के लिए अपना धन खर्च कर रही है। ऐसे में जनपद में इस प्लांट के स्थापित होने से वेस्ट डिस्पोजल के साथ-साथ ऊर्जा, रोजगार एवं राजस्व में भी वृद्धि होगी। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी व स्वच्छ भारत मिशन के परियोजना प्रबन्धक ने जनपद में इकट्ठा होने वाले कूड़े की जानकारी देते हुए एक प्रजेंटेशन दी।
जिसके बाद जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने जनपद में प्लांट स्थापना की आवश्यकताओं के बारे में डेलीगेशन को बताया। उन्होंने कहा कि प्लांट की आवश्यकता के मुताबिक सॉलिड वेस्ट उपलब्ध कराया जा सकता है। इसके अलावा आस-पास के कचरे को भी जिले में मंगवाकर प्लांट को उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में सांगवान किम ने प्लांट के लिये दस हजार वर्गमीटर भूमि की आवश्यकता बताई। जिस पर डीएम ने उन्हें जमीन देने के साथ-साथ बाकी सहयोग देने का भी आश्वासन दिया। डेलीगेशन को वर्तमान का डंपिंग ग्राउंड भी दिखाया गया। जो उन्हें पर्याप्त लगा। बैठक में कण्ट्रीहेड सिद्वार्थ रविन्द्रन, विजय पाण्डेय, प्रत्युश पाण्डेय, उपायुक्त उद्योग आशुतोष श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक यूपीनेडा, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद संजय शुक्ला, मुख्यमंत्री उद्यमी मित्र एफ. रहमान अंसारी, चेयरमैन आईआईए राजेश कुमार तिवारी, ग्रीनवियर फैशन लिमिटेड के मालिक अभिषेक पाठक समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जी-20 समिट में प्रधानमंत्री और दक्षिण कोरिया के बीच रिनीवेबल एनर्जी को लेकर करार हुआ था। उसी क्रम में दक्षिण कोरिया जनपद में सॉलिड वेस्ट से ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लिये प्लांट स्थापित करेगा। ऐसे में अगर यह प्लांट लगता है तो कचरा प्रबंधन की चुनौती से आसानी से निपटा जा सकेगा।
दक्षिण कोरिया की कचरा प्रबंधन रणनीति
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक खराब कचरा प्रबंधन की वजह से भारतीय विशेष रूप से कैंसर, अस्थमा और 22 अन्य प्रकार की पुरानी बीमारियों की चपेट में हैं। दक्षिण कोरिया में ईंधन के स्रोत के रूप में कचरे का प्रसंस्करण किया जा रहा हैं। भारत भी इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि
साउथ कोरिया के डेलीगेशन के साथ कचरे से बिजली बनाने का प्लांट लगाने के लिये बैठक की गई। प्लांट के लिये उन्हें दस हजार वर्गमीटर जमीन की आवश्यकता है। जिसे उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है। यह प्लांट जनपद में स्थापित होने से कचरा प्रबंधन की बड़ी समस्या से निजात मिल जाएगी।
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