Etawah में ट्रक से सुंदरी प्रजाति के 528 कछुए बरामद: एक तस्कर गिरफ्तार, बांग्लादेश ले जा रहा था, शक्तिवर्धक दवाओं में होता है कछुओं का इस्तेमाल

Etawah में ट्रक से सुंदरी प्रजाति के 528 कछुए बरामद: एक तस्कर गिरफ्तार, बांग्लादेश ले जा रहा था, शक्तिवर्धक दवाओं में होता है कछुओं का इस्तेमाल

इटावा, अमृत विचार। तस्करी करके बांग्लादेश ले जाए जा रहे 528 कछुओं को पकड़ा गया है। इसके साथ ही इन्हें ले जा रहे एक व्यक्ति को भी पकड़ा गया है। यह कछुए एक ट्रक में बिजली के सामान के बीच छिपाकर ले जाए जा रहे थे। पकड़े गए सभी कछुए सुंदरी प्रजाति के हैं।

वन विभाग वाइल्ड लाइफ क्राइम यूनिट ने कार्रवाई करते हुए एक ट्रक से 528 कछुए बरामद किए। सभी कछुए सुंदरी प्रजाति के हैं। कछुओं से भरा यह ट्रक दिल्ली से कोलकाता होते हुए बांग्लादेश की राजधानी ढाका ले जाया जा रहा था। मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई में सफलता हाथ लगी है। मैनपुरी जिले से इटावा में आते ही कछुओं से भरा यह ट्रक पकड़ा गया। वन विभाग की पुलिस ने कर्री पुलिया के पास इस ट्रक की चेकिंग की तो यह कछुए पकड़े गए।
 
इसमें एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। वन विभाग ने मुखबिर की सूचना के आधार पर शनिवार रात करीब चेकिंग में यह ट्रक पकड़ा और इस ट्रक में बिजली के सामान के बीच छिपाकर ढाका ले जाए जा रहे 528 कछुए बरामद किए हैं। सभी कछुए सुंदरी प्रजाति के हैं। ट्रक में बिजली का सामान भरा हुआ था। ट्रक में जो बिजली का सामान भरा हुआ है वह भी काफी कीमती है। इसलिए जिला प्रशासन ने भी इसका संज्ञान लिया। इस पर असिसटेंट कमिश्नर सेल टेक्स वंदना सिंह भी पहुंची और उन्होने पकड़े गए सामान की जांच की।

डीएफओ अतुल कांत शुक्ला ने बताया कि ट्रक भागने की फिराक में था लेकिन चेकिंग में इसको तड़के करीब 3 बजे घेरकर पकड़ लिया गया और इसमें सभी कछुए तस्करी को ले जाए जा रहे थे। इस ट्रक में बिजली का सामान लदा हुआ था। यह दिल्ली से कोलकाता से होते हुए बांग्लादेश के ढाका जा रहा था।

सफेदपोश भी हो सकते हैं शामिल

इस ट्रक में जिस तरह से बिजली के सामान के बीच कछुओं को छिपाकर ले जाया जा रहा था उससे यह संदेह भी है कि कछुओं की इस तस्करी में कुछ सफेदपोश भी शामिल हो सकते हैं। डीएफओ अतुल कांत शुक्ला ने कहा है कि सभी लिंक देखे जाएंगे। इस  मामले की पूरी गहराई से जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। 

शक्तिवर्धक दवाओं में होता है इस्तेमाल

सुंदरी प्रजाति के इन कछुओं का शक्तिवर्धक दवाएं बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। इनकी काफी मंहगे दामों पर बिक्री होती है और देश के साथ विदेशों में भी इन कछुओं की बिक्री की जाती है। इनसे निर्मित दवाएं भी काफी मंहगे दामों पर बिकती हैं।

यह भी पढ़ें- चार बेटियों और पत्नी की हत्या करने वाला फिर से भागने में कामयाब: Kanpur में बस अड्डे पर STF के पहुंचने से पहले हुआ फुर्र