होटल हत्याकांड : अरशद के बयानों में उलझी पुलिस, नहीं पता चली असली वजह

होटल हत्याकांड :  अरशद के बयानों में उलझी पुलिस, नहीं पता चली असली वजह

लखनऊ, अमृत विचार: नाका के रेवड़ी गली स्थित होटल शरनजीत में मां और चार बहनों की हत्या करने वाले अरशद से पुलिस ने 12 घंटे की पूछताछ की। हर बार बयान बदल रहा था। इसी कारण हत्या की मुख्य वजह सामने नहीं आ सकी। पुलिस ने अरशद को कोर्ट में पेश किया। जहां से 14 दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया गया। डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि अरशद से दोबारा पूछताछ करने के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड का प्रार्थना पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया गया है।

नाका थाने के अलावा पुलिस की कई टीमों ने अरशद से अलग-अलग पूछताछ की। इसमें जेसीपी क्राइम बबलू कुमार, डीसीपी मध्य रवीना त्यागी की क्राइम टीम शामिल है। सभी के सवालों का जवाब अरशद ने बदल-बदलकर दिये। किसी को बस्ती वालों की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठाया है, तो किसी से बताया कि उसको और पिता बदर को जेल भेजने की धमकी दी जा रही थी। उनके जेल जाने के बाद चारों बहनों को हैदराबाद ले जाकर बेचने की बात कह रहा था। यही बात बार-बार दोहराया, लेकिन हत्या का मुख्य कारण नहीं बताया। पुलिस के मुताबिक वीडियो में जो आरोप उसने लगाए हैं। उनके बारे में जानने के लिए आगरा पुलिस से संपर्क किया गया। उनकी तरफ से जांच करवाई गई, सारे आरोप गलत पाये गये। आगरा पुलिस ने जानकारी दी कि अरशद ने विवाद के बारे में कोई शिकायत नहीं की थी।

पुलिस को गुमराह

पुलिसकर्मियों से पूछ रहा था न्यूज क्या चल रही

पूछताछ के दौरान अरशद पुलिसकर्मियों से सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और न्यूज के बारे में जानकारी मांगता रहा। उसने पूछा कि जो वीडियो आगरा भेजी है, वह सभी को मिला या नहीं। पुलिस ने मना कर दिया तो गुस्से में कुछ वेबसाइट के नाम बताते हुए कहा कि इन देखो। पुलिस ने अरशद का मोबाइल की डिटेल खंगाला तो उसमें कुछ खास नहीं मिला। कुछ नंबर मिला, जिसके बारे में जानकारी हासिल की जा रही है।

चेहरे पर नहीं थी शिकन

डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि अरशद को अपनी मां व बहनों की हत्या करने न तो कोई मलाल था और न ही परिवार को खोने का कोई गम उसके चेहरे पर था। बस वह खुद को शोषित और पीड़ित साबित करने में लगा था। बार-बार वह अपनी हरकत के लिए बस्ती वालों को दोषी ठहरा रहा था। कुछ सवाल पूछने पर अचानक रोने लगा, फिर वह सामान्य हो जाता। पुलिस उसके बदलते हावभाव से अचम्भित रह गई। कई बार पुलिस समझाया और शांत कराया, फिर सवाल किया लेकिन हर बार सीधा जवाब नहीं दे रहा था।

हवालात में करवटें बदलते काटी रात

नाका थाने की हवालात में अरशद पूरी रात करवटें बदलते हुए काटी। उसको ठीक ढंग से नींद तक नहीं आई। अरशद के शातिर होने का अंदाजा पुलिस अधिकारियों को पूछताछ के बाद हो चुका था। यही वजह है कि रात में हवालात में बंद अरशद की निगरानी के लिए अलग से एक सिपाही को मुस्तैद किया गया था। सिपाही को अरशद की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई थी। डर था कि कहीं हवालात के अंदर अरशद कुछ गलत न कर ले।

पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर दोबारा होगी पूछताछ

नाका के शरनजीत होटल में हुए पांच हत्या के एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन इसकी असली वजह सामने नहीं आई। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है। हत्या की असली वजह तलाशने के लिए लखनऊ और आगरा पुलिस ने उसके बयानों की जांच शुरू की। अरशद ने जो कहानी बताई वह संदिग्ध मिली। जिस जमीन पर कब्जे की बात कह रहा था, उसे सात लाख में उसके पिता मो. बदर ने बेची थी। जमीन खरीदने वाले ने इसका भुगतान चेक से किया था। उधर, 16 दिसंबर को जिस झगड़े की बात कही वह भी झूठी निकली। पुलिस आरोपी से दोबारा पूछताछ के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर दिया है। अनुमति मिलते ही अरशद को कस्टडी में लेकर पूछताछ की जाएगी।

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