Kanpur: कृषि योजनाओं व सब्सिडी के लिए करानी होगी फार्मर रजिस्ट्री, न कराने पर किसान सम्मान निधि पर भी संकट, यहां पढ़ें- कहां कराएं फार्मर रजिस्ट्री

Kanpur: कृषि योजनाओं व सब्सिडी के लिए करानी होगी फार्मर रजिस्ट्री, न कराने पर किसान सम्मान निधि पर भी संकट, यहां पढ़ें- कहां कराएं फार्मर रजिस्ट्री

कानपुर, अमृत विचार। योजनाओं का लाभ लेने के लिए अब किसानों को फार्मर रजिस्ट्री जरूरी है। इससे किसान सम्मान निधि, कृषि योजनाएं, सब्सिडी, धान व गेहूं की खरीद में किसानों को लाभ मिलेगा। फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण के बाद किसानों को सम्मान निधि की अगली किस्त मिलेगी। रजिस्ट्री के लिए आधार नंबर, खतौनी, मोबाइल नंबर आवश्यक होगा। 

फार्मर रजिस्ट्री से छोटी-बड़ी सभी जमीन का डाटाबेस तैयार हो जाएगा और जमीन के सभी विवरण ऑन लाइन हो जाएंगे। डिस्टिक लेवल मास्टर ट्रेनर (डीएमटी) संदीप यादव ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री किसान चार स्थानों पर करा सकते हैं। इसके लिए कृषि व राजस्व विभाग की ओर से रोस्टर बनाकर ग्राम पंचायत स्तर पर कैंप लगाया जा रहा है। 

पंचायत भवन और कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) में भी फार्मर रजिस्ट्री कराई जा सकती है। किसान खुद इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। आधार नंबर, मोबाइल नंबर व खतौनी जरूरी होगी। इससे किसानों की सभी जमीन एक जगह संग्रहित हो जाएगी और योजनाओं के लाभ के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। अगर फार्मर रजिस्ट्री नहीं हुई है तो किसानों की सम्मान निधि रुक सकती हैं। 

फार्मर रजिस्ट्री से होने वाला लाभ 

किसानों को आसानी से फसली ऋण मिलेगा, आपदा क्षतिपूर्ति पर पहचान की जा सकेगी। योजना का लाभ पाने को सत्यापन के लिए दौड़ना नहीं पड़ेगा। फसली बीमा व परामर्श पाने में सुगमता आएगी। सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। डाटाबेस तैयार होने पर किसानों के भूमि विवाद आसानी से निपट सकेंगे। इसे रिकॉर्ड के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। खेती में उपयोगी तकनीकी मदद, बीज, खाद की योजनाओं का लाभ आसानी से मिलने लगेगा। 
इनसेट

यहां कराएं फार्मर रजिस्ट्री 

1-ग्राम पंचायत स्तर पर लगने वाले कैंपों में 
2-नजदीकी पंचायत भवन में भी सुविधा
3- कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) 
4-किसान खुद पोर्टल से जाकर फार्मर रजिस्ट्री कर सकता है 

दूसरे जिले की जमीनें भी होगी संग्रहित 

फार्मर रजिस्ट्री कराने पर कार्ड भी बनाए जाएंगे। जिससे किसानों की समस्याएं हल हो जाएंगी। दूसरे जिले की जमीन भी किसान कागजात जमा कर संग्रहित करा सकता है। किसान को उस जमीन पर भी योजना का लाभ मिलने लगेगा। बस खसरा खतौनी का नंबर दर्ज कराना होगा। फार्मर रजिस्ट्री से योजनाओं का लाभ के लिए बिचौलियों का काम खत्म हो जाएगा।

यह भी पढ़ें- Kanpur में कई जीएसटी अधिकारी रडार पर, करोड़ों के पान मसाला लदे ट्रकों को छोड़ने पर अधिकारियों के निलंबन से मचा है हड़कंप