मुरादाबाद : पुलिस और दो चरस तस्करों के बीच मुठभेड़, पैर में लगी गोली...जिला असपताल में भर्ती

मुरादाबाद : पुलिस और दो चरस तस्करों के बीच मुठभेड़, पैर में लगी गोली...जिला असपताल में भर्ती

मुरादाबाद। मझोला थाना पुलिस के साथ सोमवार की सुबह कार सवार दो स्मैक तस्करों के साथ मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने एक बार फिर जवाबी कार्रवाई में ठीक घुटने के नीचे गोली मारकर दोनों को घायल कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से एक कार, 4.800 किलो चरस और दो तमंचों के साथ छह कारतूस बरामद हुए हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सोनकपुर कांशीराम नगर के रहने वाले गैंगस्टर नीरज उर्फ पव्वा और कुंदनपुर ढक्का बिजली उपकेंद्र के पास रहने वाले सद्दाम के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों घायल तस्करों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।

एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि कोहरे में तस्करी करने वाले सक्रिय हो जाते हैं। वाहनों की भी चोरी होती है। सोमवार तड़के मझोला नया मुरादाबाद हर्बल पार्क खदाना रोड पर इंस्पेक्टर मोहित चौधरी टीम के साथ वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। खदाना की ओर से एक कार आती दिखाई दी। कार सवार पुलिस को देख हड़बड़ा गए। उन्होंने कार पीछे मोड़ने का प्रयास किया। लेकिन, कार खंभे से टकरा गई। इस दौरान पुलिस टीम उनकी ओर दौड़ पड़ी। पुलिस टीम को अपनी ओर आता देख बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग करते हुए दोनों बदमाश कार से बाहर निकलकर भागने लगे।

पु़लिस ने जवाबी कार्रवाई में फायर झोंक दिए। जिससे दोनों बदमाश घायल हो गए। पुलिस ने दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया आरोपी नीरज उर्फ पव्वा सोनकपुर कांशीराम नगर का रहने वाला है। इसके ऊपर गैंगस्टर, हत्या के प्रयास समेत 15 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। दूसरा आरोपी सद्दाम मझोला कुंदनपुर ढक्का बिजली उपकेंद्र के पास रहता है। इसके ऊपर चार मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने इनके पास से 4 किलो 800 ग्राम चरस, एक तमंचा 315 बोर, दो खोखे, चार भरे कारतूस नीरज से बरामद किए गए। जबकि एक तमंचा 12 बोर, एक खोखा, दो भरे कारतूस सद्दाम से बरामद हुए हैं। इसके साथ होंडा अमेज कार बरामद हुई।

सद्दाम की जेल में पव्वा से हुई थी मुलाकात
पुलिस की पूछताछ में आरोपी सद्दाम ने बताया कि वह जेल में बंद था। उसी दौरान उसकी मुलाकात नीरज उर्फ पव्वा से हुई। जेल में ही नीरज ने उससे मिलकर उसे मादक पदार्थों की सप्लाई में मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया। जिसके बाद जेल से बाहर आने के बाद दोनों मिलकर चरस की तस्करी करने लगे। दोनों चरस की तस्करी करने के लिए जा रहे थे लेकिन, सामने से पुलिस की गाड़ी आती देख नीरज ने गाड़ी को पीछे की तरफ मोड़ दिया। जो खंभे से टकरा गई। पकड़े जाने के डर से दोनों ने फायरिंग की।

शायद ऐसा निशाना शूटर भी न लगा सके?
हैरानी की बात यह है कि अपराधी चाहे झाड़ियों में छिपा हो, या फिर बाइक से भाग रहा हो चाहे दीवार फांद रहा हो, लेकिन, पुलिस की गोली ठीक घुटने के नीचे एक खास स्थान पर ही लगती है। जिसके बाद बदमाश जमीन पर गिरते हैं, पुलिस उनके हथियारों पर गोला लगाती है उसके बाद फोटो शूट होता है, फिर आरोपी सलाखों के पीछे पहुंचते हैं। ऐसे में लोगों के जेहन में सवाल उठता है कि ऐसा निशाना शायद शूटर्स भी न लगा सकें। कई बार ये सब करने और उस दौरान बोलने का भी वीडियो वायरल हो चुका है।

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