लखनऊः रामनगर में समानांतर बसती जा रही एक ''अवैध बस्ती'', 35 हजार आबादी झेल रही जलभराव 

लखनऊः रामनगर में समानांतर बसती जा रही एक ''अवैध बस्ती'', 35 हजार आबादी झेल रही जलभराव 

लखनऊ, अमृत विचार: ऐशबाग रामनगर के समानांतर एक अवैध बस्ती तैयार होती जा रही है। जिम्मेदारों की नाक के नीचे फलती जा रही यह बस्ती अब लोगों के लिए समस्या बन रही है। रस्तोगी इंटर कालेज का फुटपाथ कब्जा करने के बाद अब नए अतिक्रमण कारी मूकबधिर कालेज के गेट को पार करते हुए रामनगर की ओर बढ़ रहे हैं। फुटपाथ पर जगह न बचने के बाद अब सड़क किनारे यह लोग काबिज होते जा रहे हैं। इनमें रहने वाले लोग भी कबाड़ और कूडे़ के कारोबार से जुडे़ हुए हैं।

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रामनगर वासियों का कहना है कि सड़क के दोनों ओर के कब्जे अब पक्के निर्माण में तब्दील हो चुके हैं। कबाड़ और कूड़ा उठाने वाली यह जमात निरंतर बढ़ती जा रही है। शाम होते ही सड़क पर ठेले और मीट की दुकानें सज जाती हैं। आधी सड़क पर गाड़ियां खड़ी रहती हैं। इससे लोगों का आवागमन बाधित होता है। सड़क पर तख्त डाले बैठे और झोपड़ी बनाए इन लोगों पर जिम्मेदार आखिर क्यों मेहरबान हैं? रविवार को जब ''अमृत विचार आपके द्वार'' टीम पहुंची तो लोगों की नाराजगी इस बात की थी कि धोबीघाट के आसपास से लेकर रस्तोगी इंटर कालेज के फुटपाथ और अब रामनगर कालोनी की ओर यह झुग्गी बस्ती बढ़ रही है। ''बाहर'' से आने वाले बसते जा रहे हैं। इन बाहरी लोगों पर कार्रवाई कौन करेगा?

फुटपाथ पर गोदाम, सड़क पर लगती हैं रात तक मीट तलने वालों की दुकानें

हाल यह है कि सड़क के एक ओर मकान तो दूसरी ओर कबाड़ कारोबार को लेकर लेन-देन दिनभर चलता रहता है। यहां तक कि फुटपाथ पर कबाड़ की दुकान और गोदाम तक बना रखा है। सड़क पर बैठे इन लोगों की चीजों से अगर गाड़ी से छू भी गई तो मारपीट पर आमादा हो जाते हैं। नगर निगम के अधिशासी अभियंता रस्तोगी इंटर कॉलेज के पास बने अस्थाई निर्माण को ध्वस्तीकरण की नोटिस भी दे चुके हैं। लेकिन कार्रवाई कब करेंगे यह पता नहीं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का इनको संरक्षण प्राप्त है। यही वजह है कि एक और झुग्गी बस्ती तैयार होती जा रही है।

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एक नाले से है जलनिकासी

रामनगर क्षेत्र में एक नाले ही जलनिकासी का रास्ता है। रामनगर क्षेत्र का यह खुला नाला हैदर कैनाल नाले में गिरता है। कालोनी का लेवल नीचा और नाला ऊंचा है। इससे बारिश का पानी बैक मारता है। बारिश में लोगों को जलभराव की समस्या झेलनी पड़ती है जलनिकासी न हो पाने से लोगों के घरों तक गंदा पानी पहुंच जाता है।

नाले पर बने हैं रैंप

जलनिकासी के लिए एकमात्र नाले पर लोगों ने रैम्प बना कब्जा कर लिया है। लोगों ने नाले को पूरी तरह कवर कर लिया है। अधिकांश लोगों ने सीमेंटेड रैम्प तो कुछ लोगों ने लोहे का रैम्प ही लगा दिया है। सफाई न होने से रामनगर पुलिया के पास नाला गंदगी से चोक है। जबकि नगर निगम नालों की सफाई के नाम पर साल में दो बार सफाई कराने का दावा करता है। इसके लिए लगभग 15 करोड़ का बजट भी है।

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सीवर लाइन तक नहीं, नालियों व नाले में बहती है गंदगी

नगर निगम हाउस टैक्स लेने में तो आगे रहता है लेकिन अभी तक क्षेत्र में सीवर लाइन की सुविधा नहीं दे पाया है। इससे लोगों ने घरों के सीवर टैंक सीधे नालियों से जोड़ दिये हैं। इससे गंदगी नालियों से नाले तक पहुंच जाती है। नालियों की सफाई न होने से गंदगी सड़क पर बहती है। बारिश में तो नाले और नालियों का पता ही नहीं लगता। घुटनों तक गंदा पानी सड़क पर बहता है।

रविवार को सफाई की छुट्टी, सड़क पर कूड़ा

रविवार को सफाईकर्मी नहीं आते हैं। उनकी छुट्टी रहती है तो सड़क पर झाड़ू भी नहीं लगती। कालोनी की सड़कों पर जगह-जगह गंदगी नजर आती है। निवासी भी घर के बाहर ही कूड़ा डाल देते हैं। नगर निगम ने सफाईकर्मियों की वैकल्पिक व्यवस्था की है न में एक भी कॉम्पैक्टर लगाया है, जिससे लोग कूड़ा डाल सकें।

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नया नाला बने और हैदर कैनाल से जुड़ जाए तो जननिकासी की समस्या होगी दूर रामनगर क्षेत्र का नाला नया बने और इसे हैदर कैनाल नाले से जोड़ दिया जाए, तो जलभराव व सीवर की समस्या का समाधान हो सकता है। यह खुला नाला पुराना और जर्जर हो चुका है और आबादी से ऊंचा है। इस नाले में पीली कालोनी, भदेवां, सुदर्शन पुरी कालोनी, खजुहा, तिलक नगर, न्यू तिलक नगर, शास्त्री नगर आदि मोहल्लों का पानी और सीवर जाता है।

बोले लोग..........

एक और झुग्गी बस्ती बसा रहे जिम्मेदार एलडीए की जमीन है। इसका कुछ हिस्सा नगर निगम से भी जुड़ता है। रामनगर कालोनी में लगातार बस रहे बाहर से आने वाले यह लोग कौन हैं। आए दिन घरों से चोरी होती है। घरों पर लगवाए गए सीसीटीवी कैमरों की भी ये चिंता नहीं करते हैं। पुलिस, प्रशासन, एलडीए और नगर निगम इस ओर से अपनी आंखें मूंदें हुए हैं। स्थानीय लोग इन बाहरी लोगों की लगातार बढ़ती भीड़ से भयाक्रांत है। निरंतर कब्जे हो रहे हैं। चोरी होने पर बच्चों को आगे कर यह मारपीट शुरू कर देते हैं। तत्काल कब्जेदारों को हटवाया जाए। एक और झुग्गी बस्ती बसाई जा रही है।
-अमरनाथ मिश्र, चीफ सिविल डिफेंस, एवं अध्यक्ष लखनऊ व्यापार मंडल

रस्तोगी इंटर कॉलेज से लेकर मूक बधिर स्कूल तक लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। पहले अस्थायी निर्माण कराए अब इसे धीरे-धीरे कर पक्का किया जा रहा है। इसकी वजह से क्षेत्र में चोरियां और अन्य वारदात बढ़ गई हैं। कई बार इसकी शिकायत की गई मगर कोई सुनवाई नहीं। 
-शार्दुल तिवारी

अवैध रूप से रह रहे लोगों के बच्चे जबरन सड़क पर आ जाते है और गुजरने वाली गाड़ियों से टकराते है फिर राहगीरों से लड़ाई झगड़ा करके बवाल कर धन उगाही का रास्ता ढूंढते हैं। 
–रितिक प्रजापति

अवैध बस्तियों की वजह से कालोनियों के लोगों में डर का माहौल बना रहता है। रस्तोगी इंटर कॉलेज की तरफ से रात में महिलाओं को निकलने में भय बना रहता है।
–प्रेम नारायण तिवारी

लोगों ने घरो के बाहर रैंप बनवा रखा है जिसकी वजह से नालियों की सफाई सही से नही हो पाती है और गंदगी फैलती है।
–शशि श्रीवास्तव

घर के बाहर नालियों में जलभराव के कारण गंदगी फैल रही है जिसके कारण आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 
-अतुल त्रिपाठी

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अमृत विचार आपके द्वार टीम- गोपाल सिंह,अमित पांडेय, छायाकार राजकुमार वाजपेयी