शाहजहांपुर: सवर्णों ने दलितों के गांव पर बोला धावा, महिलाओं के साथ की अभद्रता
खेत पर छुट्टा पशुओं को भगाने पर हुआ विवाद, पीड़ित पहुंचे थाने, नहीं सुनी गई फरियाद
शाहजहांपुर/निगोही, अमृत विचार। खेत में छुट्टा पशुओं को भगाने को लेकर रविवार रात अर्जुनपुर के दलितों और पड़ोसी गांव खिरियामल के सवर्ण ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया। गुस्साए खिरिया मल के सवर्णो ने रात में ही अर्जुनपुर गांव पहुंचकर दलितों के घर धावा बोल दिया, जो जहां, जिस हालत में मिला, उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी और फायरिंग भी की। खेत पर लगा मोटर आदि सामान भी तोड़ डाला। पीड़ितों के मुताबिक एक घंटे तक आरोपी गांव में तांडव करते रहे। इसके बाद जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए। पीड़ित परिवार ट्रैक्टर-ट्रॉली से निगोही थाने पहुंचे, आरोप है कि यहां पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। तब भारी संख्या में महिलाएं और पुरुष ट्रैक्टर-ट्राली से एसपी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे, जहां एसपी ने आश्वासन दिया कि रिपोर्ट दर्ज करके आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएंगी।
निगोही थाना क्षेत्र के गांव अर्जुनपुर निवासी राजेश अनुसूचित जाति का है। वह अपने गांव के विनोद के साथ रविवार की रात नौ बजे खेत पर फसल की रखवाली कर रहा था कि जानवर फसल न खा जाए। पड़ोसी गांव के खिरिया मल के कुछ लोग उसके खेत में जबरन जानवर घुसाने लगे। राजेश और विनोद ने जानवर घुसाने को मना किया, तो आरोपी गाली देने लगे। इस दौरान आरोपियों ने फोन करके गांव के दो दर्जन से अधिक लोगों को खेत पर बुला लिया। आरोप है कि उनके खेत के किनारे लगी तार की बल्लियां तोड़ दी। साथ ही खेत पर लगा मोटर और बैटरा भी तोड़ दिया और पानी का पाइप उठाकर ले गए। आरोपियों ने राजेश और विनोद पर हमला कर दिया। दोनों लोग जान बचाकर गांव में भाग गए। आरोप है कि दो दर्जन से अधिक आरोपी रात में साढ़े नौ बजे दलितों के गांव अर्जुनपुर में आ गए। आरोपियों ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गालियां दी। लोगों के घरों के दरवाजों पर लात मारी और महिलाओं के साथ मारपीट करते हुए अभद्र व्यवहार किया। आरोपियों ने राजेश, पवन और विनोद को घर पर आकर मारापीटा। ग्रामीणों ने डायल 112 को सूचना दी। आरोप है कि डायल 112 के सिपाहियों के सामने आरोपियों ने तमंचे से कई फायर किए और अपने गांव खिरिया मल को भाग गए। ग्रामीण सुबह थाने गए और पुलिस ने तहरीर दी लेकिन पुलिस ने तहरीर नहीं ली और न ही कोई कार्रवाई की। इस पर गुस्साएं पीड़ित परिवार के तीन दर्जन से अधिक महिलाएं और पुरुष ट्रैक्टर-ट्राली से दोपहर एक बजे एसपी कार्यालय पहुंच गए। भारतीय किसान मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह के साथ महिलाएं और पुरुष एसपी से मिले। ग्रामीणों ने एसपी को अपनी पीड़ा सुनायी। ग्रामीणों ने कहा कि वह अनुसूचित जाति है और आरोपी सवर्ण जाति के है। आरोपियों ने उनके गांव पर धावा बोलकर लोगों को मारा पीटा और फायरिंग की। महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया। एसपी राजेश एस ने निगोही प्रभारी निरीक्षक को निर्देश दिए कि रिपोर्ट दर्ज करके वैधानिक कार्रवाई करें।
रात भर पुलिस गांव में नहीं पहुंची
पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि डायल 112 के सामने आरोपी गाली देते रहे। डायल के सिपाहियों ने कहा कि थाना पर सूचना कर दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि थाना से कोई दरोगा और सिपाही गांव में नहीं पहुंचा। आरोपी एक घंटे तक गांव में उत्पात मचाते रहे। डायल 112 के सिपाही रात दो बजे तक गांव में मौजूद रहे। बराबर यह यही कहा जा रहा था कि थाने से पुलिस आ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि पूरी रात जागकर गुजारी है।
एसपी कार्यालय गेट बन गया छावनी
अर्जुनपुर गांव की महिलाएं और पुरुष ट्रैक्टर-ट्राली से दोपहर एक बजे कचहरी रोड पर पहुंचे। इधर पुलिस अधिकारियों को सूचना मिल गयी कि ट्रैक्टर-ट्राली से ग्रामीण एसपी कार्यालय का घेराव करने आ रहे हैं। इस दौरान सदर बाजार प्रभारी निरीक्षक, चौक कोतवाली प्रभारी निरीक्षक, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक थानों के फोर्स के साथ एसपी कार्यालय गेट पर पहुंच गए। थाना प्रभारियों ने ग्रामीणों को गेट पर रोक लिया और समझाकर कुछ लोगों को एसपी से मिलवा दिया। लेकिन ग्रामीणों में आक्रोश काफी था।
अर्जुनपुर के ग्रामीणों के साथ हुई मारपीट मामले में गहराई से जांच की जा रही है, जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-अरविंद सिंह चौहान, प्रभारी निरीक्षक
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