पीलीभीत: नियमों को रखा ताक पर...पीटीआर के प्रतिबंधित इलाके में घुसा मंत्री जी का काफिला

चूका स्पॉट से राज्यमंत्री आ रहे थे वापस, वीडियो वायरल होने के बाद खलबली 

पीलीभीत: नियमों को रखा ताक पर...पीटीआर के प्रतिबंधित इलाके में घुसा मंत्री जी का काफिला

पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रतिबंधित क्षेत्र में राज्यमंत्री के काफिले की गाड़ियां दिन में बत्ती जलाते हुए दौड़ी। काफिले में कुछ निजी वाहन भी शामिल थे। चूका स्पॉट से एक कार्यक्रम से वापसी के बाद मुस्तफाबाद से महोफ जंगल रोड होते हुए काफिला गुजरा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद टाइगर रिजर्व प्रशासन में खलबली मच गई है। इधर वन अफसरों ने राज्यमंत्री का काफिला प्रतिबंधित क्षेत्र से गुजरने की बात स्वीकारी। साथ ही मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है।

सोशल मीडिया पर रविवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो में  जंगल के भीतर स्कॉट के साथ गाड़ियों का काफिला बत्तियां जलाते हुए गुजर रहा है। वायरल वीडियो शनिवार का मुस्तफाबाद से महोफ जंगल रोड का होना बताया जा रहा है। काफिले में चार से पांच गाड़ियां चल रही है। इसमें सबसे आगे स्कॉर्ट, मंत्री की  गाड़ी, उसके पीछ़े एक अन्य स्काट और फिर उसके पीछे दो काले रंग की कारें चलती दिखाई दे रही है। बताते हैं कि यह वीडियो राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार के काफिले का है। बताते हैं कि राज्यमंत्री शनिवार को किसी कार्यक्रम के चलते चूका बीच गए थे। चूका से वापसी के दौरान राज्यमंत्री और उनका काफिला मुस्तफाबाद से जंगल मार्ग होते हुए महोफ पहुंचा था। वीडियो भी इसी मार्ग पर किसी टूरिस्ट द्वारा बनाया गया, जोकि अब वायरल हो रहा है। पीटीआर के अफसरों की मानें तो इसको लेकर रेंजर से भी राज्यमंत्री की बात भी हुई थी। फिलहाल पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रतिबंधित क्षेत्र में इतने वाहनों के काफिले के साथ गुजरना नियम विरुद्ध बताया जा रहा है।

आजाद अधिकार सेना ने की एफआईआर की मांग
राज्यमंत्री के काफिले का पीटीआर के प्रतिबंधित क्षेत्र गुजरने का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीति भी गरमा गई है। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इसे खुले आम वन्य अधिनियम की धज्जियां उड़ाना बताते हुए एफआईआर दर्ज कर मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। इसे लेकर मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजने की बात कही गई है।

अधिकारियों ने माना नियमों की उड़ाई गईं धज्जियां
पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इस मामले की जानकारी नहीं थी। जानकारी लगी है कि शनिवार को राज्यमंत्री कार्यक्रम के चलते चूका बीच पहुंचे थे। वापसी में वह मुस्तफाबाद से जंगल मार्ग होते हुए महोफ गए। इसमें गाड़ियों की संख्या ज्यादा थी। इतनी सारी गाड़ियां ले जाने का नियम नहीं है। राज्यमंत्री होने के नाते वह अपनी गाड़ी ले जा सकते हैं। उनके साथ जो प्राइवेट गाड़ियां गई है वह आपत्तिजनक है। मामले से फील्ड डायरेक्टर को अवगत कराया गया है।

राज्यमंत्री बोले-वायरल वीडियो की हो जांच
राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार से इस मामले पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि संघ का एक कार्यक्रम मुस्तफाबाद और फिर चूका में बैठक थी। इसकी जानकारी पहले से ही वन विभाग को दे दी गई थी। वीडियो में देखा जा सकता है कि  किसी तरह का हूटर आदि नहीं बजाया गया है। पहले वायरल वीडियो का सत्यापन कराना चाहिए कि वह किस मार्ग का है और किस वक्त का है। वीडियो की गहनता से जांच कराएंगे। हमारी गाड़ी के साथ सुरक्षा की गाड़ियां चल रही हैं। कैसे कोई इस तरह से हमारी रेकी करते हुए वीडियो बनाता है और फिर वायरल कर देता है। इसकी गहनता से जांच पड़ताल कराई जाएगी। किसी तरह का वन्य अधिनियम का उल्लंघन नहीं किया गया है। फर्जी तरीके से मामले को बढ़ा-चढ़ाकर चलाने वालों पर भी एफआईआर कराई जाएगी।