पीलीभीत: एडीओ को चाहिए थी होली की मिठाई, प्रधान ने थमाए 500 रुपये तो गुस्साए

पीलीभीत, अमृत विचार: इंटरलॉकिंग कार्य का निरीक्षण करने के दौरान कोई खामी न मिलने पर एडीओ पंचायत ने ग्राम प्रधान से होली खर्च मांगा। जब प्रधान ने मिठाई के लिए पांच सौ रुपये दिए तो आरोप है कि एडीओ पंचायत गुस्सा गए और एक हैंडपंप रिबोर के बराबर की राशि मांगी। ऐसा न करने पर प्रधान का डोंगल अनरजिस्टर्ड कर दिया है। डीएम से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
बिलसंडा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंडरी मरौरी की प्रधान मुन्नी देवी ने डीएम से की गई शिकायत में बताया कि ग्राम पंचायत के गांव बिलैइया मकरदंपुर में इंटरलॉकिंग का काम हो रहा था। इस कार्य के होने के बाद 12 मार्च को एडीओ पंचायत बिलैइया मकरंदपुर गांव पहुंचे और इंटरलॉकिंग कार्य की गुणवत्ता की जांच की। कार्य में किसी प्रकार की अनियमितता नहीं मिली। इसके बाद एडीओ पंचायत ने उनसे होली का खर्च मांगा।
इस पर उन्होंने 500 रुपये दे दिए। इसी पर एडीओ पंचायत नाराज हो गए और फर्जी बिल बनवाने की बात कही। बिल बनाने से मना किया तो इस पर गुस्साए एडीओ पंचायत ने धमकी दी कि अपने रिश्तेदारों से शिकायत कराकर वित्तीय अधिकार सीज करा दूंगा। एडीओ पंचायत ने मनमाने तरीके से पीड़िता का डोंगल अनरजिस्टर्ड कर दिया है। जिससे ग्राम पंचायत का कार्य बाधित है।
ग्राम पंचायत पंडरी मरौरी की प्रधान के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जिला स्तरीय टीम द्वारा जांच की जा रही है। होली पर रुपये मांगने का आरोप पूरी तरह गलत है। मामले को डायवर्ट करने के लिए अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं- हरिश्चंद्र भारती, एडीओ पंचायत बिलसंडा।
यह भी पढ़ें- पीलीभीत: सरकार के आठ साल के काम गिनाए, संगठन से जुड़े सवालों से बचते रहे प्रभारी मंत्री