कासगंज: फर्जीबाड़े से नौकरी पाने का खेल खुला तो अपनाया हर हथकंडा, नहीं काम आई पैंतरेबाजी
कासगंज के 11 कर्मचारियों में सात सेवानिव़ृत एक की मौत, तीन कार्यरत
कासगंज, अमृत विचार। फर्जी शासनादेश के आधार पर गलत तरीके से नौकरी पाने वाले कर्मचारियों की जब मुसीबतें बढ़ीं तो हर हथकंडा अपनाने की कोशिश की। लेकिन कोई पैंतरा काम नहीं आया। स्वंय फर्जी होकर दूसरों पर रौब जमाते रहे और बेखौफ होकर नौकरी की। जिले के कलेक्ट्रेट में अभी भी तीन फर्जी कर्मी तैनात हैं। इसके अलावा एक की मौत हो चुकी है, जबकि सात सेवानिवृत हो चुके हैं।
कासगंज जिले के फर्जी कर्मचारियों की मुसीबतें बढी हुई हैं। उन्हें अब बड़ी कार्रवाई का डर सता रहा है। कार्रवाई भी होना लगभग तय माना जा रहा है। एडीएम राकेश पटेल के नेतृत्व की टीम ने जांच की तैयारी कर ली है। पूरी टीम बिंदुवार जानकारी जुटाने में लगी है। सभी अभिलेख खंगाले जायेंगे। देखा जाएगा कि किस आधार पर कब किसने नौकरी हासिल की। किस-किस पटल पर कार्य किया। मुख्यालय के अलावा किस-किस तहसील में कार्यरत रहे। कार्याकाल के दौरान किसी पर कोई आरोप लगे या नहीं। सबसे बड़ी बात ये है कि जो कर्मचारी कार्रवाई के दायरें में थे वे सभी मठाधीश बने बैठे रहे। उन्होंने अपने जूनियर लिपिकों पर सदैव ही सीनियर होने का रौब जमाया। वे भूल बैठे कि स्वंय फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे हैं। जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार किया जाएगा। फिर आग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी, जो भी इसमें दोषी होंगे, किसी भी हाल में छोड़े नहीं जाएंगे।
फर्जी होकर भी लगातार करता रहा फर्जीवाडा
सेवानिवृत हो चुका फर्जी कर्मचारी अशोक शर्मा बड़ा जालसाज निकला। पहले तो वह स्वंय ही फर्जी तरीके से नौकरी हासिल कर चुका था। उसके बाद कलेक्ट्रेट में तमाम फर्जीवाड़े किए। उनकी शिकायतें भी हुईं। एक फर्जीवाड़ा ऐसा किया जो बड़ी कार्रवाई के दायरे में आया। जब अशोक आयुध लिपिक पद पर तैनात था, तब एक लाइसेंस पर दो शस्त्र चढ़ा दिए। इसकी शिकायत हुई तो पत्रावली बनी व जांच शुरू हुई, लेकिन रसूक के बल पर उसने पत्रावली आगे नहीं बढ़ने दी। आज भी यह पत्रावली लंबित है।
फर्जी कर्मचारियों को फूलों के हार के साथ विदाई
जब फर्जी कर्मचारी सेवानिवृत हुए थे तब कलेक्ट्रेट में जश्न मनाया गया था, तब तक नहीं पता था कि यह बड़े जालसाज हैं। सेवानिवृति पर अधिकारियों कर्मचारियों ने इन्हें फूलों के हार पहनाकर विदाई दी थी। अब साथी कर्मचारी चर्चा कर रहे हैं, कि जालसाजों को फूल पहनाकर मन खराब किया।
मची हुई है खलबली
इस कार्रवाई के बाद कलेक्ट्रेट में खलबली मची हुई है। हर कोई इस फर्जीबाड़े की चर्चा करता नजर आया। हर किसी की जुबां पर चर्चा थी कि आखिर फर्जी तरीके से इन लोगों ने पूरे सेवा काल के दौरान नौकरी कैसे कर ली, जो भी हो , लेकिन जिन पर तलवार लटक रही है। उनकी रात की नींद, दिन का चैन खराब हो गया है।
यह हैं कर्मचारी
राजेश प्रकाश गुप्ता-सीआरए
मोहनलाल – पेशकार,डीएम
रुपकिशोर – पेशकार एसडीएम सहावर,
संजीव कुमार- मृतक,
भैरव प्रसाद- सेवानिवृत,
दीपक सक्सेना-सेवानिवृत
अशोक कुमार शर्मा- सेवानिवृत
सुदेश शर्मा- सेवानिवृत
अशोक कुमार- सेवानिवृत
रामनरेश- सेवानिवृत
सूरजपाल- सेवानिवृत
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