संभल : धनवर्षा के नाम पर युवतियों के शोषण में शामिल मथुरा यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर गिरफ्तार
प्रोफेसर के मोबाइल से युवतियों के वीडियो,फोटो व कोडवर्ड में की गई चैटिंग का ब्यौरा मिला

संभल, अमृत विचार। धनवर्षा का लालच देकर युवक युवतियों का यौन शोषण व ठगी करने वाले गिरोह के 14 लोगों की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस ने गिरोह की महत्वपूर्ण कड़ी मथुरा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है। प्रोफेसर के मोबाइल से युवक,युवतियों के फोटो-वीडियो के साथ ही गैंग से कोडवर्ड में की गई चैट का ब्यौरा मिला है।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई व अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने बताया कि 28 मार्च को पुलिस ने धनवर्षा गिरोह के जिन 14 लोगों को गिरफ्तार किया था उनमें डीएन त्रिपाठी नाम का व्यक्ति भी था। डीएन त्रिपाठी के मोबाइल से एक आडियो रिकार्डिंग मिली थी जिसमें आर्टिकल यानि लड़की को लाकर कारीगर यानि तांत्रिक गुरु से काम कराने को लेकर बातचीत की जा रही थी। डीएन त्रिपाठी ने बताया था कि जिस व्यक्ति से बात हो रही है वह मथुरा की जीएलए यूनिवर्सिटी में लाईब्रेरी व इन्फोरमेशन साइंस का प्रोफेसर शास्त्री कालौनी मथुरा का रहने वाला दशरथ सिंह उर्फ डीएस सिसौदिया है। इसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने दशरथ सिंह उर्फ डीएस सिसौदिया को गिरफ्तार कर लिया। उसके मोबाइल से कई लड़कियों के वीडियो,फोटो व कोडवर्ड में गिरोह के बीच हुई बातचीत की चैट मिली है। दशरथ सिंह उर्फ डीएस सिसौदिया ने पूछताछ में बताया कि वह तीन साल से गिरोह के साथ जुड़ा है। उसने पूछताछ में बताया कि वह गिरोह में बी पार्टी यानि मीडिया का सदस्य है। वह लड़की को तांत्रिक से मिलवाने की भूमिका निभाता था। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि दशरथ से पूछताछ में गिरोह के बारे में काफी कुछ जानकारी सामने आई है। प्रोफेसर द्वारा यूनिवर्सिटी की लड़कियों के शोषण का कोई तथ्य अब तक सामने नहीं आया है। पुलिस गिरोह की आखिरी कड़ी तक पहुंचने के लिए लगातार काम कर रही है। इस बात का भी पुलिस प्रयास कर रही है कि कोई पीड़ित युवती सामने आकर गिरोह के कारनामों के बारे में बताये।
ये भी पढ़ें - संभल: अर्टिगा कार ने बाइक को रौंदा, शराब दुकान के सेल्समैन की मौत