Kanpur: एचबीटीयू में बीफार्मा कोर्स को मिली मान्यता, अब हो सकेगा वैक्सीन और दवा पर भी शोध

Kanpur: एचबीटीयू में बीफार्मा कोर्स को मिली मान्यता, अब हो सकेगा वैक्सीन और दवा पर भी शोध

कानपुर, अमृत विचार। एचबीटीयू में अब दवा और वैक्सीन संबंधी शोध भी हो सकेंगे। यहां बीफार्मा कोर्स को मान्यता मिल गई है। संस्थान में पहले ही बीटेक बायोकेमिकल इंजीनियरिंग, बीटेक बायोटेक कोर्स संचालित हो रहे थे। विवि की ओर से दवाइयों और वैक्सीन के शोध के लिए योजनाएं बनाई जानी शुरू हो गई हैं। 

हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय कानपुर को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से बीफार्मा की मान्यता मिल गई है। अब यहां दवा और वैक्सीन के शोध शुरू करने की योजना बनाई जाएगी। विवि प्रशासन की ओर से बताया गया कि इससे पहले विवि में बीटेक बायोकेमिकल इंजीनियरिंग, बीटेक बायोटेक कोर्स मान्यता के तहत संचालित हो रहे थे। 

बीफार्मा को मिली मान्यता के बाद अब शोधकर्ता दवा पर शोध करने के साथ ही उसके उपयोग पर भी आसानी से शोध कर सकेंगे। तीनों कोर्स के एचओडी डीन प्रो ललित कुमार सिंह ने बताया कि नए कोर्स की मान्यता मिलने के बाद अब वे लोग बड़े मेडिकल कॉलेज के साथ एमओयू करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा शोध केंद्र बनाए जाने पर भी योजना बनाई जा रही है।

छात्रों की राह हुई असान

विवि से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि मान्यता के बाद विवि परिसर में संचालित हो रही पढ़ाई में 60 सीटों  पर अब बायलॉजी लेने वाले छात्र भी प्रवेश ले सकेंगे। इस कोर्स में अभी तक सिर्फ जेईई मेंस के तहत ही प्रवेश लिया जा सकता था। अब सीयूईटीयूजी से भी आसानी से प्रवेश लिए जा सकेंगे। 

आसानी से मिलेगा लाइसेंस

विवि के अधिकारियों ने बताया कि विवि को मिली मान्यता के बाद अब यहां पर प्रवेश लेने वाले छात्रों को भविष्य में दवाइयां बनाने और उसे बेचने का लाइसेंस लेना भी आसान होगा। पहले लाइसेंस मिलने में होने वाली कठिनाई के चलते छात्र प्रवेश लेने हिचकते थे। अब उनकी पढ़ाई करने के बाद लाइसेंस संबंधी राह भी आसान हो गई है।

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