बरेली: वायु प्रदूषण...दिल्ली से लिया सबक, अब एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल जरूरी
डीएम के निर्देश के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सर्वे कर चिह्नित किए कारण
बरेली, अमृत विचार। दिल्ली की हालत से सबक लेकर वायु प्रदूषण को काबू में रखने की कोशिश शुरू कर दी गई है। शहर में वायु प्रदूषण के कारणों को चिह्नित करना शुरू कर दिया गया है। निर्माण कार्यों को शहर में वायु प्रदूषण बढ़ने का प्रमुख कारण माना गया है। इसके बाद निर्माण कार्य करने वाली एजेंसियों को एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल करना अनिवार्य कर दिया गया है।
हाल ही में राजेंद्रनगर में एक्यूआई बार-बार 180 पार पहुंचने पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इसका कारण पता लगाने का निर्देश दिया था। बोर्ड के अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि कई एजेंसियां राजेंद्रनगर में निर्माण कार्य कर रही हैं जिसकी वजह से वहां धूल के कण कोहरे के साथ मिलकर वायु प्रदूषण बढ़ा रहे हैं। इसके बाद प्रशासन की ओर से निर्माण करने वाली सभी एजेंसियों को एंटी स्मॉग गन लेने की अनिवार्यता लागू कर दी गई है।
नगर निगम ने भी खरीदी तीन एंटी स्मॉग गन
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सर्वे में निर्माण कार्यों के अलावा नगर निगम की सफाई और ट्रैफिक जाम को भी शहर में प्रदूषण बढ़ने का कारण बताया गया है। प्रशासन को भेजी गई बोर्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि नगर निगम की ओर से रात में सड़कों की सफाई की जाती है, इससे उड़ने वाली धूल कोहरे के साथ स्मॉग का रूप ले लेती है। इसी तरह भारी ट्रैफिक की वजह से भी प्रदूषण फैल रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश पर नगर निगम ने तीन एंटी स्मॉग गन खरीद ली हैं।
जानिए क्या बोले जिम्मेदार अधिकारी
क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चंद्रेश कुमार ने बताया कि दिल्ली में एक्यूआई पांच सौ से ज्यादा पहुंच गया है। सोमवार को बरेली का एक्यूआई 70 ही रहा जो कि सामान्य श्रेणी में आता है। एक्यूआई सामान्य रखने के लिए लगातार सर्वे कर विभागों को निर्देश जारी किए जाएंगे।