कानपुर में पुलिस की प्रताड़ना से तंग युवक ने जान दी: परिजनों का आरोप- दरोगा फर्जी मुकदमा लिखकर जेल भेजने की दे रहा था धमकी
कानपुर, अमृत विचार। रेलबाजार थानाक्षेत्र में ट्रेडिंग कर्मी ने शिवनारायण टंडन पुल के नीचे रेलवे पटरी पर लेटकर ट्रेन के आगे कटकर खुदकुशी कर ली। पुलिस को मृतक की जेब से तीन पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। मृतक के भाइयों और अन्य परिजनों ने एक दरोगा और बहनोई पर प्रताड़ना के कारण खौफनाक कदम उठाने का गंभीर आरोप लगाया।
परिजनों के अनुसार बहनोई से ट्रेडिंग कर्मी का पैसे के लेनदेन का मामला चल रहा था। जिस पर बहनोई ने ट्रेडिंग कर्मी और उसकी मां पर कोर्ट से मुकदमा दर्ज करा दिया।
गंभीर आरोप लगाया कि मामले की विवेचना में दरोगा रोजाना समझौते और रुपयों की मां कर रहे थे। जिससे वह लगातार अवसाद में चल रहा था। परिजनों का कहना था कि यदि दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो वह लोग उच्चाधिकारियों सें मिलकर अपनी बात रखेंगे।
मीरपुर छावनी निवासी स्व. रफीक खान का 30 वर्षीय पुत्र दानिश खान ट्रेडिंग का विदेशों में ऑनलाइन का करता था। साथ ही उसका निजी गैराज भी था। परिवार में भाई लवी, फहीम और दानिश के अलावा मां रहीसा बेगम और दो शादीशुदा बहने नाजिया और अंजुम बेगम हैं।
भाई लवी ने बताया कि वह सऊदी अरब में रहकर कार्य करते हैं। बताया कि शुक्रवार को सभी लोग अपने-अपने काम से गए हुए थे। इसी दौरान दानिश जुमा की नमाज में दोपहर में घर से निकल गया। घर के पास स्थित नमाज अता करने के बाद वह शिवनारायण टंडन पुल के नीचे पहुंचा और करीब एक घंटे तक वहां टहला।
इसके बाद सिगरेट पीने के बाद रेल पटरी पर लेट गया। ट्रेन से गुजरते ही सिर और धड़ से अलग हो गया। घटना की सूचना पर आसपास लोगों की भीड़ लग गई। इस दौरान मोहल्ले के लोगों ने घटना की सूचना मौजूद परिजनों को दी, तो उन लोगों के होश उड़ गए।
साथ करते थे ट्रेडिंग का काम, वर्षों पहले अशरफाबाद में फ्लैट मिला
दानिश के सबसे बड़े भाई लवी ने बताया कि अंजुम की शादी सरताज अहमद निवासी बाबूपुरवा के साथ हुई थी। सरताज और दानिश दोनों मिलकर ट्रेडिंग का काम करने लगे थे। बताया कि वह लोग सालों पहले मीरपुर कैंट में रहते थे। वह जमीन मस्जिद की थी। तो मस्जिद प्रशासन की तरफ से उन्हें एक फ्लैट अशरफाबाद जाजमऊ में दे दिया गया। दो साल पहले हालात कुछ ऐसे बने कि फ्लैट को बेचना पड़ा। लवी का आरोप है, कि इधर बहनोई सरताज बहन को छोड़ने की धमकी देने लगा। इस कारण मां ने उसे 4 लाख रुपये दिए थे। उसी दौरान दानिश ने भी यह बताया था कि व्यापार के सिलसिले में उसने सरताज से तीन लाख रुपये लिए थे। इसे लेकर विवाद चल रहा था। जिसके कारण सरताज ने बहन अंजुम को वादी बनाकर 9 सितंबर 2024 को थाना बाबूपुरवा में कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज करा दी थी।
नकदी और ज्वैलरी चुराने का गंभीर आरोप
परिजनों के अनुसार अंजुम ने आरोप लगाया गया था कि मां रहीसा बानो और भाई दानिश ने मिलकर 20 जुलाई 2024 को उनके घर से चार लाख कैश और 121.200 ग्राम सोने के जेवरात चुरा कर लिए थे। जब उन लोगों से मांगा गया तो दानिश ने उसे जान मारने की धमकी दी थी। इस पर रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद और दोनों में विवाद गहरा गया।
दरोगा पर प्रताड़ित करने का आरोप
बड़े भाई लवी और चचेरा भाई फैजान ने बताया कि बेगमपुरवा चौकी को स्थानीय लोग शैतान चौकी के नाम से जानते हैं। वहां के दरोगा को बहनोई सरताज ने अपने साथ मिला लिया। कोर्ट से मुकदमा दर्ज कराने के बाद विवेचना वहां के दरोगा को दी गई। आरोप लगाया कि वह लगातार दानिश को फोन करके बुला रहा था। वह कहता था कि पचास हजार रुपये दो और बाकी पैसे एक साल में धीरे-धीरे करके चुका देना। मैं सरताज से साल भर का समय दिला दूंगा। वह पैसे कहां से देता बस इसी को लेकर परेशान होकर अवसाद में होता चला गया।
सुसाइड नोट जेब से निकलवाया और हाथ से छीन लिया
दानिश के चचेरे भाई फैजान का आरोप था कि वह लोग घटनास्थल पर आधा घंटे में पहुंच गए। इसके बाद सूचना पर पहुंची रेलबाजार पुलिस ने शव की खुद तलाशी न करने के बजाय उनसे कराई। वह जब पैंट की तलाशी लेने लगे थे तो जेब में उसके एक चाबी, और तीन पन्नों का सुसाइड नोट बरामद हुआ। वह खोलकर पढ़ने ही लगा था कि दरोगा ने हाथ से छीन लिया। बोला यह जांच का विषय है। तुम लोगों को नहीं पढ़ाया जा सकता। परिजनों का आरोप था कि आखिर परिजनों को जानकारी चाहिए थी कि उसने सुसाइड नोट में क्या दर्द बयां किया है, लेकिन पुलिस ने एक नहीं सुनी। आरोप है, कि वहां पर उसका मोबाइल नहीम मिला है। वह दरोगा और बहनोई की हर करतूत को रिकार्डिंग के जरिए सेव करता रहता था। आरोप है, कि इसके पीछे भी पुलिस ने खेल कर दिया है।
घटना की जानकारी की जा रही है। अगर किसी पुलिस कर्मी का दोष निकलता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।- श्रवण कुमार सिंह, डीसीपी पूर्वी
मृतक की जेब से सुसाइड नोट बरामद किया गया है। जो कि रोमन हिंदी में लिखा है। उसकी हैंडराइटिंग मिलान के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। - बहादुर सिंह, रेलबाजार थाना प्रभारी