Kanpur: सपाइयों ने पुलिस कमिश्नर से की मुलाकात, कहा- साथ उठने-बैठने वालों व चाय पिलाने वालों का भी हो रहा उत्पीड़न, सौंपा ज्ञापन
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कानपुर, अमृत विचार। सपाइयों के साथ उठने-बैठने और चाय पीलाने वालों का भी पुलिस द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है, जिसमे सपा कार्यकर्ता के साथ ही अब आम जनता को भी पुलिस नुकसान पहुंचाने का काम कर रही है। उन्हें थाने बुलाकर डराया और फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी दी जा रही है, जिसपर लगाम लगना जरूरी है। सपा के प्रतिनिधिमंडल ने यह जानकारी अपराध एवं मुख्यालय के अपर पुलिस आयुक्त को दी।
सपा के एक प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को पुलिस कार्यालय में अपराध एवं मुख्यालय के अपर पुलिस आयुक्त विपिन मिश्रा से मुलाकात की। उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व चुनाव आयोग को संबोधित ज्ञापन देकर उत्पीड़न व भय के माहौल पर रोक लगाने की मांग की। कहा कि सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में पीडीए मिशन के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। क्षेत्र में सपा के बूथ प्रभारियों व पीडीए मिशन युवा टीम को फर्जी मुकदमे में फंसाने के लिए दिन व रात को घर से बुलाकर पुलिस द्वारा उनमे दहशत पैदा की जा रही है।
सपा ने 48 मतदान केंद्रों के 275 बूथों का आकंलन कराकर पूरी रिपोर्ट तैयार की है। थाने में बुलाकर धमकाएं जाने व उत्पीड़न की वजह से कार्यकर्ताओं में दहशत का माहौल है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और पीडीए की युवा टीम मतदाताओं के द्वार जाने पर यदि झंडा हाथ में लिए है और वह पांच की संख्या में है तो भी उन्हें रोका जाता है। जबकि चुनाव आयोग द्वारा जनसंपर्क में पांच कार्यकर्ताओं को एक साथ चलने की छूट है।
प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद, कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी, पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया, पूर्व एमएलसी व सीसामऊ प्रभारी सुनील सिंह साजन, विधायक अमिताभ बाजपेई, विधायक हाजी मोहम्मद हसन रूमी, प्रदेश सचिव केके शुक्ला, सह प्रभारी प्रेम प्रकाश वर्मा, महासचिव संजय सिंह बंटी सेंगर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेंद्र यादव मिंटू, मदन मोहन शुक्ला, विधानसभा अध्यक्ष आसिफ कादरी, इशरत इराकी समेत आदि लोग रहे।
दरोगा के खिलाफ जांच व कार्रवाई की मांग
विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि पूरे कानपुर में इस समय विपक्ष के नेताओं के ऊपर, यहां तक की आम सामाजिक लोग, जो सपाइयों को चाय पिला देते हैं या साथ में उठते-बैठते हैं, जिनमे कार्यकर्ता, पार्ष व सपा नेता के साथ ही जनसंपर्क कराने वाले लोगों पर पुलिसिया उत्पीड़न हो रहा है। कई लोगों पर 107/16 की कार्रवाई हो रही है। ढाई साल सरकार रहने की धमकी दी जा रही। शुक्रवार को एक एक सामान्य आदमी जिसने सिर्फ रास्ता बताया था, उसपर पुलिस ने कार्रवाई की। ऐसे मे मांग है कि दोषी दरोगा के खिलाफ जांच व कार्यवाही हो और निर्दोष का केस खत्म कर उसे राहत दी जाए।
घरों में झंडे लगाने से पुलिस कर रही मना
सपा के प्रतिनिधि मंडल के मुताबिक पीड़ीए युवा कार्यकर्ताओं को रायपुरवा, कर्नलगंज, चमनगंज, फजलगंज, बजरिया व ग्वालटोली के अंतर्गत जानबूझकर डराया व धमकाया जा रहा है। इन क्षेत्रों में कार्यकर्ता गृहस्वामी से पूछकर उनके घर में सपा का झंडा लगाने जा रहे हैं तो पुलिस मना कर रही है। सभाओं में अनुमति के नाम पर परेशानी उत्पन्न कर उन्हें टालने का काम किया जा रहा है। आरोप है कि भाजपा के इशारे पर पुलिस कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा रही है। बिजली चेक करने के नाम पर, नगर निगम व केडीए द्वारा भी लोगों को परेशान किया जा रहा है।