हरदोई: 30 दिनों तक रखी रही डेड बॉडी, 31 वें दिन हुई दफन...सऊदी अरब में कर रहा था नौकरी 

हरदोई: 30 दिनों तक रखी रही डेड बॉडी, 31 वें दिन हुई दफन...सऊदी अरब में कर रहा था नौकरी 
आमिर का फोटो है

हरदोई, अमृत विचार। अपनों की खातिर सऊदी अरब में नौकरी कर रहे आमिर की 1 अक्टूबर को वहीं मौत हो गई। 7 समंदर पार से आई खबर ने हर एक को झकझोर कर रख दिया। लेकिन इतनी दूर से डेड बाडी घर आएगी? इस सवाल पर हर कोई चुप था, लेकिन आखिरी वक्त अपने लाल का चेहरा देखने की उसके अपनों की तड़प ने सरकार को भी समझौता करने के लिए मजबूर कर दिया। नतीजतन मौत के 30 दिनों तक उसकी डेड बाडी वहीं रखी रही। उसके 31 वें दिन बाद उसे अपनों ने सुपुर्द-ए-खाक किया।

बताते है कि शाहाबाद कोतवाली के गढ़ी चांद खां निवासी मोहम्मद राज़ी के चार बेटे-बेटियों में सबसे बड़ा 25 वर्षीय आमिर के होश संभालते ही घर की सारी ज़िम्मेदारी उसी के ऊपर आ गई। पेशे से ड्राइवर आमिर ने मां शबाना की रज़ामंदी मिलने के बाद घरवालों की खुशहाली के लिए 7 समंदर पार सऊदी अरब जाने का फैसला कर लिया। वहां रात-दिन पसीना बहाने वाले आमिर ने अपने लिए नहीं सोंचा, वहां रहते हुए उसने अपनी बहन और छोटे भाई की शादी की। सारी ज़िम्मेदारियों से बरी होने के बाद ही उसने अपनी शादी करने की बात कही थी। 

आमिर के चचेरे भाई इरफान ने बताया कि 1अक्टूबर को आमिर की वही तबियत बिगड़ी और मौत हो गई। उसके न रहने की खबर सुन कर पहले तो किसी को यकीन नहीं हुआ। उसके बाद जब सच्चाई सामने आई तो वहां कोहराम बरपा हो गया। आमिर के घर वाले उसका आखिरी बार उसका चेहरा देखने के लिए तड़प उठे। उसके बाद आमिर की डेड बाडी को सऊदी अरब से लाने के लिए सरकार से दखल देने की अर्ज़ी दी गई। फिर उसके 30 दिन बाद सरकार के समझौते के तहत आमिर की डेड बाडी उसके गांव पहुंची, जहां 31 वें दिन गुरुवार को गढ़ी चांद खां के कब्रिस्तान में आमिर को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

90 इंजेक्शन का डोज देकर भेजी गई थी डेड बाडी!
हरदोई। शाहाबाद के गढ़ी चांद खां के आमिर की डेड बाडी इतने दिनों तक वहां कैसे रखी रही ? इस बारे में आमिर के घर वालों ने सऊदी अरब के हवाले से बताया गया है। वहां इंजेक्शन लगा कर इतने दिनों तक डेड बॉडी की सेफ्टी की गई। उसके बाद भारत भेजने से पहले 90 इंजेक्शन का डोज़ दिया गया था, ताकि गांव पहुंच कर भी 24 घंटे तक सेफ रहे।

कफन सऊदी अरब में हुआ, भारत में हुआ दफन
हरदोई। अपने घर वालों की हसरतों को पंख देने के लिए 7 समंदर दूर जाने वाले आमिर की मौत के बाद उसकी डेड बॉडी को वहीं नहलाया-धुलाया गया और कफनाया गया, लेकिन उसके बाद घर वालों के आगे वहां की सरकार को भी झुकना पड़ा और कफनाई गई उसकी डेड बॉडी को उसके गांव ला कर उसे दफन किया गया।

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