पाकिस्तान के बलूचिस्तान में विस्फोट, पांच स्कूली बच्चों समेत सात लोगों की मौत

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में विस्फोट, पांच स्कूली बच्चों समेत सात लोगों की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को एक पुलिस वाहन को निशाना बनाकर किए गए विस्फोट में पांच स्कूली बच्चों और एक पुलिसकर्मी सहित कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली। मीडिया में आई खबरों के अनुसार, विस्फोट सुबह आठ बजकर 35 मिनट पर प्रांत के मस्तुंग जिले के सिविल अस्पताल चौक स्थित एक कन्या माध्यमिक स्कूल के पास हुआ।

कलात डिवीजन के कमिश्नर नईम बाजई ने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि विस्फोट में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का उपयोग हुआ था और स्पष्ट तौर पर इसका निशाना स्कूल के पास खड़ा पुलिस का एक वाहन था।’’ उन्होंने कहा कि आईईडी को एक मोटरसाइकिल में लगाया गया था और जब पुलिस का मोबाइल वाहन उसके करीब पहुंचा तो वह फट गया। विस्फोट में एक पुलिस वाहन और कई ऑटो-रिक्शा क्षतिग्रस्त हो गए।

उन्होंने कहा, ‘‘धमाका इतना जोरदार था कि घटना के वक्त स्कूल जा रहे स्कूली बच्चे भी इसकी जद में आ गए।’’ मस्तुंग जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) मियांदाद उमरानी ने पुष्टि की कि विस्फोट में पांच स्कूली बच्चे, एक पुलिस अधिकारी और एक आम नागरिक की मौत हो गई। विस्फोट में 17 अन्य लोग घायल हो गए जिनमें आठ से 13 वर्ष की आयु के स्कूली बच्चे और पुलिसकर्मी शामिल थे। उमरानी ने बताया कि घायलों में से 11 को इलाज के लिए क्वेटा ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया है। इस बीच, बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इस विस्फोट की निंदा की और इसे ‘‘अमानवीय’’ करार दिया।

उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने अब ‘‘गरीब मजदूरों के साथ-साथ मासूम बच्चों को भी निशाना बनाया है’’। उनका इशारा स्पष्ट तौर पर हाल में प्रांत के पंजगुर जिले में एक बांध निर्माण स्थल पर अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा किए गए हमले की ओर था, जिसमें पांच मजदूरों की मौत हो गई थी और दो अन्य घायल हो गए थे। ‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने बच्चों को निशाना बनाया। ‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, विस्फोट के बाद समूचे क्वेटा में आपात स्थिति घोषित कर दी गयी है। खबर में प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है कि सभी चिकित्सकों, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को बुलाया गया है। 

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