Gonda News: राशन कार्ड नहीं है तो बनवाइए फैमिली आईडी कार्ड, मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ
जनसेवा केंद्र पर मात्र 30 रुपये में होगा फैमिली आईडी का रजिस्ट्रेशन
गोंडा, अमृत विचार: अगर आपके पास राशन कार्ड नहीं है तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। राशन कार्ड की अब जगह फैमिली आईडी कार्ड बनाया जाएगा। आप फैमिली आईडी कार्ड बनवा कर सभी सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं बुधवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने फैमिली आईडी के प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त हुए आवेदनों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि फैमिली आईडी की जितने भी आवेदन प्राप्त हुए हैं उनको पूरी गहनता के साथ परिक्षण करते हुए आगे के लिए वेरिफाई किया जाए।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित उन परिवारों की राशनकार्ड संख्या ही फैमिली आईडी है। ऐसे परिवार जो राशनकार्ड धारक नहीं है उन्हें फैमिली आईडी पोर्टल https://familyid.up.gov.in के माध्यम से फैमिली आईडी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है जिससे भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी। प्रत्येक फैमिली आई०डी० पंजीकरण हेतु परिवार के सभी सदस्यों का आधार (मोबाइल नम्बर से लिंक) होना चाहिए।
पंजीकरण के समय परिवार के सभी सदस्यों का आधार संख्या के सापेक्ष ओटीपी आधारित ई-केवाईसी होगा। फैमिली आईडी प्राप्त करने की प्रक्रिया फैमिली आईडी प्राप्त करने के लिए 30 रुपये निर्धारित शुल्क देकर जनसेवा केंद्रों या सीधे फैमिली आईडी पोर्टल https://familyid.up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है, जो पूरी तरह नि:शुल्क रहेगा। सरकार की लाभार्थीपरक योजनाओं से जो लोग वंचित हैं उन्हें फैमिली आईडी की सहायता से परिवार के सभी पात्र लोगों को सरकार की लाभार्थीपरक योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। फैमिली आईडी सत्यापन की प्रक्रिया फैमिली आईडी के आवेदन में अंकित समस्त सदस्य एक परिवार के रूप में अध्यासित है अथवा नहीं, की पुष्टि सत्यापन के दौरान की जाएगी। परिवार का कोई वयस्क सदस्य दिए गए पते पर निवासरत होना चाहिए किसी संशय की स्थिति में आस-पड़ोस के लोगो से पूछताछ कर परिवार को सत्यापित किया जायेगा।
बैठक में यह भी बताया गया है कि आवेदन करते समय विशेष ध्यान देने की जरूरत है, तथा पूरे परिवार का आधार कार्ड एकत्रित करने के बाद ही आवेदन करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, उपजिलाधिकारी मनकापुर, नायब तहसीलदार तरबगंज, नायब तहसीलदार करनैलगंज अल्पिका वर्मा, परियोजना निदेशक डीआरडीए चन्द्र शेखर, डीसी एनआरएलएम जेएन राव, डीएसटीओ अरुण कुमार सिंह, राजेश पाण्डेय, ईडीएम अमित गुप्ता, समस्त बीडीओ, एडीओ पंचायत सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें-Court's decision : दुराचार के दोषी को 10 साल की कैद, कोर्ट ने 25 हजार रुपए अर्थदंड भी लगाया