रामपुर : खराब बीज से नहीं आई उड़द की फसल में फली, जांच कमेटी गठित

 उप कृषि निदेशक के पास शिकायत लेकर पहुंचे किसान,  जांच टीम से तीन दिन में तलब की गई है रिपोर्ट 

रामपुर : खराब बीज से नहीं आई उड़द की फसल में फली, जांच कमेटी गठित

स्वार के ग्राम बिज्जुपुरा में खड़ी उड़द की फसल। इस पर फूल आर फली नहीं आई है।

रामपुर, अमृत विचार। स्वार में किसानों की उड़द की फसल खराब होने से उनमें रोष है। किसानों ने उत्तराखंड के बाजपुर की एक फर्म से उड़द का बीज खरीदा था। बुधवार को भाकियू के जिलाध्यक्ष जगजीत सिंह गिल के नेतृत्व में स्वार तहसील के ग्राम बिज्जुपुरा के किसान उप कृषि निदेशक कार्यालय पहुंचे और उड़द की बीज खराब होने की शिकायत दर्ज कराई। उप कृषि निदेशक शैलेंद्र कुमार ने कृषि वैज्ञानिक समेत चार लोगों की टीम गठित कर तीन दिन के भीतर फसल की रिपोर्ट तलब की है। 

कृषि भवन स्थित उप कृषि निदेशक के कार्यालय में पहुंचे किसानों ने उप कृषि निदेशक को बताया कि उन्होंने उत्तराखंड के बाजपुर की एक फर्म से उड़द का बीज खरीदा था। लेकिन, उनकी फसल पर फली नहीं आई है। इससे पहले भी फसल की जांच जिला स्तर से कराई जा चुकी है लेकिन, किसान जांच से संतुष्ट नहीं हैं। उप कृषि निदेशक ने उड़द की फसल की पुन: जांच कराए जाने के आदेश कर दिए हैं। किसान करतार सिंह ने बताया कि उड़द की फसल नहीं होने के कारण उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

लाखों रुपये की फसल बर्बाद हो गई है। बता दें कि कई किसान कुछ माह पहले बाजपुर की एक फर्म से उड़द का बीज खरीदकर लाए थे। उसके बाद उन्होने इस बीज को खेत में बोया। कुछ समय के बाद खेत में पौधे उगे और उन पर पत्ते तो आ गए,लेकिन उस पर उड़द का फूल और फलियां नहीं आईं।

आरोप है कि फर्म ने उनको खराब बीज दे दिया था। जिसके कारण उनकी उड़द की फसल मारी गई। किसानों ने मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। किसानों ने कहा कि फर्म को 15 हजार रुपये बीघा की दर से भुगतान करने को तैयार थी। आरोप है कि  इससे पहले हुई जांच में अधिकारियों ने फर्म का पक्ष लिया है। जबकि पीड़ित किसानों का पक्ष नहीं लिया गया। उप कृषि निदेशक द्वारा पुन: जांच टीम गठित होने के बाद किसानों ने राहत की सांस ली है। इस मौके पर करतार सिंह, राजेंद्र सिंह, पालजीत सिंह, होरी लाल, विजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। 


गलत छिड़काव के कारण फसल खराब होने की दी पहली रिपोर्ट 
 दूसरी ओर, पूर्व में हुई जांच में एक जिला स्तर के अधिकारी द्वारा रिपोर्ट लगा दी गई है जिसमें कहा गया है कि गलत रसायन का छिड़काव करने के कारण उड़द की फसल खराब हुई है। किसानों ने उप कृषि निदेशक को फर्म का बिल दिखाते हुए कहा कि उन्होंने गलत रसायन का छिड़काव नहीं किया है। उनके अलावा आसपास के अन्य किसानों की उड़द फसल लहलहा रही है और उसपर फली आई है। जबकि, वे भी लंबे समय से उड़द की फसल बोते आ रहे हैं लेकिन, कभी इस तरह का मामला पेश नहीं आया है। 

 उड़द की फसल की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी गई है। जांच टीम में जिला कृषि अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक, वरिष्ठ कृषि सहायक और एसडीओ कृषि को शामिल किया गया है। जांच टीम से तीन के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है। जांच के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। किसान किसी भी बीज विक्रेता से कोई भी बीज खरीदें उसकी रसीद अवश्य लें। ताकि बीज खराब होने पर विक्रेता के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सके।-शैलेंद्र कुमार, उप कृषि निदेशक 

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