बदायूं: राजकीय सम्मान के साथ दुनिया से विदा हुए लोकतंत्र सेनानी महेंद्र सिंह, सैकड़ों लोग अंतिम संस्कार में हुए शामिल, दी श्रद्धांजलि

साल 2011 में लोकतंत्र सेनानी को हुआ था कैंसर, 9 सितंबर को ट्यूमर का हुआ ऑपरेशन

बदायूं: राजकीय सम्मान के साथ दुनिया से विदा हुए लोकतंत्र सेनानी महेंद्र सिंह, सैकड़ों लोग अंतिम संस्कार में हुए शामिल, दी श्रद्धांजलि

बदायूं, अमृत विचार। ब्रज कुटीर निवासी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के भाई लोकतंत्र सेनानी का सोमवार को निधन हो गया था। वह राजकीय सम्मान के साथ विदा हो गए। सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने लोकतंत्र सेनानी को राजकीय सम्मान के साथ सलामी दी। शहर के लालपुल के पास अंतिम संस्कार किया गया। सैकड़ों लोग शव यात्रा में शामिल हुए। उनके आवास के आसपास के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।

भामाशाह चौक से बदायूं क्लब मार्ग जाने वाले मार्ग स्थित ब्रज कुटीर किसी समय भाजपा का केंद्र मानी जाती थी। ठाकुर बृजपाल सिंह बड़े नेता था। वह संघ के विभाग कार्यवाह रहे थे। उनके बेटे ठाकुर नरेंद्र सिंह भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे जबकि दूसरे बेटे ठाकुर महेंद्र सिंह का जिले में खासा प्रभाव था। वह आपातकाल में जेल में भी रहे थे। वह लोकतंत्र सेनानी थे। 

बदायूं में बंद

वह बेहद सरल स्वभाव के थे। सभी से मिलनसार थे। लोगों के सुख दुख में शामिल होते थे। साल 2011 में उन्हें कैंसर हो गया था। 9 सितंबर 2024 को दिल्ली के अस्पताल में उनका ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ था। जिसके बाद शहर के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्हें स्वास्थ्य में आराम नहीं हुआ। वह सोमवार को स्वर्ग सिधार गए। सूचना मिलने पर उनके आवास पर लोगों का तांता लगा रहा। 

भाजपा के साथ अन्य पार्टियों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि उनके आवास पर पहुंचे। श्रद्धांजलि और सलामी दी। शोकाकुल परिवार से संवेदनाएं व्यक्त की। सूचना मिलने पर एसडीएम सदर, सीओ सिटी, सिविल लाइन कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक पहुंचे। कहा कि लोकतंत्र सेनानी की मौत अपूर्तिनीय क्षति है। पुलिस और प्रशासनिक परिवार शोकाकुल परिवार के साथ है। जिसके बाद सैकड़ों लोग शव यात्रा के साथ लालपुल स्थित श्मशान घाट पहुंचे। 

जहां लोकतंत्र सेनानी के बेटे ने मुखाग्नि दी। व्यापारियों और चिकित्सक ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि ठाकुर महेंद्र सिंह बहुत मृदभाषी थी। बहुत सरल स्वभाव के थे। वह सभी लोगों के सुख दुख में शामिल होते थे। उनके परिवार का शहर से लेकर दातागंज में बहुत प्रभाव था। उनका और उनके परिवार को भाजपा के लिए बड़ा योगदान रहा है। उनका दुनिया से जाना भाजपा के लिए बहुत बड़ी क्षति है।

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