Chitrakoot में किसान की आत्महत्या पर गहराई राजनीति, सपाई बोले- खाद न मिलने से क्षुब्ध होकर उठाया कदम

प्रशासन ने कराई जांच, कहा- व्यक्तिगत कारणों से की खुदकुशी

Chitrakoot में किसान की आत्महत्या पर गहराई राजनीति, सपाई बोले- खाद न मिलने से क्षुब्ध होकर उठाया कदम

चित्रकूट, अमृत विचार। कोतवाली अंतर्गत कंठीपुर गांव निवासी किसान ने सोमवार रात फांसी लगाकर जान दे दी। आत्महत्या का यह मामला तब सुर्खियों में आ गया, जब यह आरोप लगने लगा कि किसान खाद न मिलने से क्षुब्ध था और इस वजह से उसने जान दे दी। 

सपाइयों ने भाजपाइयों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कालाबाजारी की बात कही। हालांकि प्रशासन ने इस बात से इंकार किया कि किसान ने खाद न मिलने से परेशान होकर जान दी। उसका कहना है कि जांच में सामने आया है कि किसान ने व्यक्तिगत कारणों से खुदकुशी की है।

कंठीपुर निवासी अमीन बख्श उर्फ छोटू उर्फ छोटुवा खान (50) पुत्र भोंदू ने सोमवार रात पेड़ पर फंदा बनाकर फांसी लगा ली। सुबह उसका शव लोगों ने पेड़ से लटका देखा तो हड़कंप मच गया। छोटुवा की मौत से कई तरह की बातें उठने लगीं। यह कहा जाने लगा कि जिला मुख्यालय की मंडी समिति में खाद न मिलने से किसान क्षुब्ध था। 

मृतक के कई परिजनों और साथ में सपाइयों ने यह कहकर मामले को गंभीर बना दिया कि छोटू ने खाद न मिलने की वजह से फांसी लगाई है। मामले ने तूल पकड़ा तो जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने इसका संज्ञान लिया। आननफानन में इसकी जांच कराई गई। 

जिलाधिकारी ने एक्स पर ट्वीट कर बताया कि प्रकरण का संज्ञान लिया गया है। तहसीलदार कर्वी द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर जांच कराई गई। ग्रामीणों से बयान लिया गया। नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। उप जिलाधिकारी पूजा साहू ने भी कंठीपुर जाकर गांववालों से बात की।

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