गोंडा: साइबर सेल ने वापस कराए 1.37 लाख, पीड़ितों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
गोंडा, अमृत विचार: फ्रॉड ट्रांजेक्शन के जरिए हड़पी गयी 1.37 लाख रुपये की धनराशि को जिले की साइबर पुलिस ने पीड़ितों को वापस करा दिया। अपने पैसे पाकर पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। पीड़ितों ने पुलिस का आभार जताते हुए उनके तत्परता की सराहना की।
कोतवाली नगर के सिविल लाइन मोहल्ले की रहने वाली संजू ने पुलिस से शिकायत की थी कि फ्रॉड ट्रांजेक्शन के माध्यम से जालसाजों ने उनके बैंक खाते से 60 हजार रुपये निकाल लिए हैं। इसी तरह मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के चौबेपुर गांव के रहने वाले इनिस कुमार वर्मा ने भी बैंक खाते से 77 हजार रुपये निकल जाने की शिकायत साइबर सेल में दर्ज करायी थी।
साइबर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सम्बंधित बैंक/ इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित कर फ्रॉड तरीके से निकाली गयी धनराशि को होल्ड कराते हुए उसे पीड़ितों के बैंक खाते में वापस करा दिया। अपनी धनराशि वापस पाकर पीड़ितों के चेहरे की मुस्कान लौट आई। दोनों पीडितों ने पुलिस के कार्य की प्रशंसा करते हुए एसपी विनीत जायसवाल व साइबर टीम का आभार जताया।
फोन कॉल पर बैंक डिटेल, ओटीपी शेयर करने से बचें
एसपी विनीत जायसवाल ने कहा कि साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है। किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल साझा करने से बचना चाहिए। फ्रॉड ट्रांजेक्शन होने पर तत्काल अपने बैंक एवं थाने पर गठित साइबर सेल को सूचना दें तथा साइबर हेल्पलाइन 1930 या डायल-112 पर भी शिकायत दर्ज कराएं।
ये भी पढ़ें- विजया रहाटकर ने संभाला NCW के अध्यक्ष का कार्यभार, कहा- मैं पूरी क्षमता के साथ इसे निभाने का प्रयास करूंगी