प्रयागराज: जिला कारागार में महिला बंदियों ने रखा करवा चौथ का निर्जला व्रत, पति को देख कर तोड़ा व्रत

प्रयागराज: जिला कारागार में महिला बंदियों ने रखा करवा चौथ का निर्जला व्रत, पति को देख कर तोड़ा व्रत

नैनी/प्रयागराज, अमृत विचार। चांद को चांद ताके वो रात आई है। प्रीत आंखों ही आंखों में मुस्काई है। अर्घ्य आंखों से अपने दिया चांद को। सात जन्मों कि जिसने कसम खाई है। जी हां करवा चौथ का निर्जला व्रत  पति की दीर्घायु के लिए महिलाएं करती है। जहां महिलाओं ने अपने घरों में पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रखा। व्रत से पहले हांथो में मेंहदी लगाई, खरीददारी की। 

ठीक उसी तरह से नैनी जिला कारागार में भी बंद महिला बंदियों ने अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखा। हलांकि महिला बंदियों ने बाजार से खरीददारी नहीं की, लेकिन जेल के अंदर ही उन्होंने अपना सोलह श्रृंगार किया। जेल में महिलाओ ने नियमानुसार पूजन की सामाग्री एकत्र की और रात में पुलिस की कड़ी निगरानी में पूजन किया। पूजन से पहले जिला जेल में बंद महिला बंदियों के पतियों को भी बुलाया गया। 

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जेल वार्डरों और जेलर की निगरानी व कड़ी सुरक्षा में महिला बंदियों ने पूजन किया और फिर छलनी से एक बार चांद को देखा फिर अपने पति के चेहरे को देखकर अपने व्रत को पूरा किया। जेलर शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि महिला बंदियों को पूजन की सामाग्री की व्यवस्था कराई गयी थी। 

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कुछ महिलाओं के घर से भी पूजन का सामान आया हुआ था। उन्होंने बताया कि जेल में कुल 11 महिला बंदियों ने व्रत रखा था। जिसमे 3 महिला बंदियों के पतियों को बुलाया गया था। इसी केल में बंदी है। पूजन के बाद महिला बंदियों को उनके बैरको में भेज दिया गया और उनके पतियों को भी बैरक में भेज दिया गया।

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