Kanpur: जवानी की मशीन का मामला: पुलिस ने 35 करोड़ की ठगी के आरोपी राजीव से की पूछताछ, मिले ये जवाब...
कानपुर, अमृत विचार। डीसीपी कार्यालय में सोमवार को बयान दर्ज कराने पहुंचे राजीव दुबे ने रेनू सिंह के दावों पर पुलिस को बताया कि मशीन कुछ बाहर बनी बाकी शहर में असेंबल हुई। एके इंडस्ट्रीज में तैयार हुई मशीन में साफ्टवेयर और हार्डवेयर बाहर से लगकर आए थे। 2022 में उसने काम शुरू किया, जो 2023 में बंद हो गया था।
उसने किसी से इजरायल से मशीन लाने की बात नहीं कही। सारी साजिश केवल रुपये वसूलने के लिए की जा रही है। मैं कहीं छिप नहीं रहा था लेकिन वादी ने सभी को भ्रमित करके पति-पत्नी को बंटी-बबली बना दिया। इस बीच पुलिस राजीव की पत्नी रश्मि दुबे से संपर्क करने की कोशिश कर रही है, ताकि उसके भी बयान दर्ज किए जा सकें।
आरोपी राजीव से पुलिस के सवाल-जवाब
- जो आरोप आप पर लगे हैं, उनके बारे में क्या कहना है ?
जवाब : मुझ पर जो आरोप आरोप लगाए गए हैं, वह पूरी तरह से निराधार हैं। सिर्फ ब्लैकमेल करने के लिए लगाए गए हैं। रेनू सिंह चंदेल और उनके ग्रुप ने अफवाह फैलाई है। पुलिस निष्पक्ष जांच करे तो सब कुछ सामने आ जाएगा।
- किस तरह की ब्लैकमेलिंग हो रही थी ?
जवाब : रेनू सिंह चंदेल लगातार ब्लैकमेलिंग करने का काम कर रही थीं। मेरे पास ऑडियो हैं, जिसमें पहले 5 लाख फिर 10 लाख और अब 18 लाख रुपये मांगे जा रहे थे।
- ये बुजुर्गों को जवान बनाने का क्या मामला था ?
जवाब : कोरोना के कारण लॉकडाउन लगने के बाद लोगों में ऑक्सीजन की दिक्कत हो गई थी। वायु प्रदूषण को लेकर रिसर्च करके आक्सीजन थेरेपी मशीन को तैयार किया था। इसमें लोगों को चेंबर के अंदर प्रेशर बढ़ाने पर ऑक्सीजन मिलता था और उन्हें फायदा होता था। एक वर्ष में करीब 40 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ। इसके बाद काम नहीं चला तो बंद हो गया। काम में हाथ बंटाने के लिए पत्नी साथ में रहती थी।
- ठगी के आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं ?
जवाब : अगर ठगी करनी होती तो मूल दस्तावेज क्यों लगाता। मेरे सारे बैंक खातों का ट्रांजेक्शन चेक कर लिया जाए। पुलिस और न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है।
- इजरायल की मशीन का क्या मामला है ?
जवाब : मैंने कभी नहीं कहा कि कोई मशीन इजरायल से मंगवाई गई है। ये सब उन लोगों का बनाया हुआ खेल है। बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं।
एक खाते में 70 दूसरे में 100, तीसरे में 470 रुपये
आरोपी राजीव दुबे ने मीडिया के सामने साफ कहा कि मशीन यहीं की है, लेकिन तकनीक इजरायल की है। जब उसके 6 बैंक खाते में कुल 640 रुपये हैं, तो कहां से 35 करोड़ रुपये ठग लेगा। राजीव ने बताया कि उसने मामले की जांच कर रहे विवेचक प्रदीप कुमार सिरोही को खातों की जानकारी दे दी है। एसबीआई में 4 और इंडसइंड बैंक में 2 खाते हैं। इंडसइंड बैंक के एक खाते में 70 और दूसरे में 100 रुपये हैं। एसबीआई में फर्म के नाम वाले खाते में 470 रुपये हैं।
ऐसे में अब पुलिस को दंपति के और खाते होने का अंदेशा है, जिनकी जानकारी जुटाई जा रही हैं। पुलिस ने वादी रेनू सिंह चंदेल से नेटवर्किंग मार्केटिंग के दस्तावेज और बैंक खातों की डिटेल मांगी है, ताकि ठगी की सही रकम पता चल सके। ठगी का दावा करने वाले अन्य पीड़ितों की शिकायतों को भी रेनू की एफआईआर में शामिल किया जाएगा।