रामपुर : डंपर ने बाइक सवार मां-बेटे को रौंदा, दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत

रामपुर : डंपर ने बाइक सवार मां-बेटे को रौंदा, दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत

दढ़ियाल (रामपुर), अमृत विचार। उत्तराखंड के रामनगर के टांडा मल्लू से अपने ताऊ के घर से वापस आ रहे मां-बेटे की काशीपुर रामनगर मार्ग पर पीरुमदारा के पास डंपर की चपेट में आने से  मौके पर ही मौत हो गई। डंपर चालक डंपर छोड़कर मौके से भाग गया । पुलिस ने दोनों शवों को  पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। घटना के बाद गांव से गणमान्य लोग जिला अस्पताल से शव लेने के लिए रवाना हो गए। 

दढ़ियाल चौकी के गांव भाऊपुरा निवासी जलीस अहमद का बेटा फैजान अली अपनी मां जैनब के साथ रविवार को उत्तराखंड के रामनगर के गांव टांडा मल्लू में अपने ताऊ के घर गया था। टांडा मल्लू में अपने ताऊ के घर एक दिन बिताने के बाद सोमवार को सुबह सात बजे मां-बेटे बाइक से गांव भाऊपुरा वापस आ रहे थे। जैसे ही बाइक सवार मां-बेटे रामनगर काशीपुर मार्ग पर पीरुमदारा के पास पहुंचे तो सामने से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने मां बेटे को अपनी चपेट में ले लिया। 

डंपर की चपेट में आने के कारण मां जैनब (45) बेटा फैजान अली (25 ) की मौके पर ही मौत हो गई। चीख-पुकार की आवाज सुनकर मार्ग पर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। हादसे के बाद डंपर चालक डंपर छोड़कर मौके से भाग गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मां-बेटे के शव को  रामनगर के जिला अस्पताल ले गई। सूचना गांव भाऊपुरा में उनके परिजनों को लगी तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। 

गणमान्य लोग मां बेटे के शव को लेने के लिए उत्तराखंड के रामनगर के लिए रवाना हो गए। दूसरी ओर, मां-बेटे की मौत के बाद गांव में गम का माहौल है। हर किसी की आंखे नम हो गईं। समाचार लिखे  जाने तक मां जैनब और बेटे फैजान अली का शव गांव पहुंच गए थे। शव गांव में पहुंचने के बाद देखने वालों का तांता लग गया। वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

चार महीने पहले हुई थी एक भाई और एक बहन की शादी

क्षेत्र के गांव भाऊपुर निवासी जमील अहमद ने अपने पहले नंबर के बेटे आसिम अली और अपनी एक बेटी यासमीन की शादी 4 महीने पूर्व बड़े धूमधाम के साथ की थी। जबकि तीसरे नंबर के बेटे फैजान अली पीओपी का काम करता था। ग्रामीण बताते हैं कि फैलान पीओपी का अच्छा कारीगर था। घर में चार माह पूर्व दो शादियां होने से घर में अभी भी खुशी का माहौल था। लेकिन, चार माह बाद हुई दो मौतों ने परिजनों को तोड़ दिया है। 

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