तेलंगाना विधानसभा में गूंजा संध्या थिएटर केस: सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा- अनुमति न मिलने के बाद भी स्क्रीनिंग में शामिल हुए अल्लू अर्जुन

तेलंगाना विधानसभा में गूंजा संध्या थिएटर केस: सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा- अनुमति न मिलने के बाद भी स्क्रीनिंग में शामिल हुए अल्लू अर्जुन

हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने शनिवार को आरोप लगाया कि पुलिस की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद अल्लू अर्जुन चार दिसंबर को ‘पुष्पा-2’ की स्क्रीनिंग के दौरान संध्या थिएटर गए थे। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भगदड़ में एक महिला की मौत के बाद भी अभिनेता सिनेमा हॉल से बाहर नहीं गए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें जबरन बाहर निकाला। 

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी द्वारा विधानसभा में इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद रेड्डी ने प्रसारित वीडियो का हवाला देते हुए अल्लू अर्जुन पर रोड शो निकालने और भारी भीड़ के बावजूद भीड़ को देखकर हाथ हिलाने का आरोप लगाया। 

रेड्डी ने कहा कि सिनेमाघर प्रबंधन ने दो दिसंबर को पुलिस को एक पत्र लिखा था, जिसमें चार दिसंबर को अल्लू अर्जुन और अन्य लोगों के आने के दौरान सुरक्षा की मांग की गई थी। हालांकि, पुलिस ने भीड़ प्रबंधन में कठिनाइयों और प्रवेश व निकास के लिए केवल एक द्वार होने का हवाला देते हुए आवेदन को खारिज कर दिया था। 

उन्होंने कहा कि सिनेमाघर में प्रवेश करने और बाहर निकलने से पहले अभिनेता ने अपनी कार की छत से बाहर निकलकर भीड़ को देखकर हाथ हिलाया, जिससे हजारों प्रशंसक उनकी एक झलक पाने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे। रेड्डी ने कहा कि जब अभिनेता वहां पहुंचे तो हजारों प्रशंसक एकत्र हो गए क्योंकि इलाके में कई सिनेमाघर हैं। 

उन्होंने कहा कि अभिनेता के निजी सुरक्षाकर्मियों ने प्रशंसकों को धक्का देकर किनारे कर दिया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। रेड्डी ने घटना के बारे में बताया कि सिनेमाघर प्रबंधन ने शुरू में पुलिस अधिकारियों को अभिनेता से मिलने की अनुमति नहीं दी ताकि वह मौजूदा स्थिति को देखते हुए उन्हें वहां से जाने के लिए कह सके।

हालांकि, अधिकारी अभिनेता के पास पहुंचे और उन्हें वहां से चले जाने के लिए कहा क्योंकि भीड़ तब तक नहीं हटती जब तक वह वहां से नहीं जाते। अल्लू ने उनकी बात नहीं मानी। इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अभिनेता से कहा कि वह तुरंत वहां से चले जाएं, ऐसा न करने पर उन्हें थाने ले जाना होगा क्योंकि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो चुकी थी। वरिष्ठ अधिकारी ने अल्लू को सिनेमाघर से बाहर निकाला लेकिन जाते समय भी अभिनेता ने फिर भीड़ की ओर हाथ हिलाया। रेड्डी ने पूछा, “अभिनेता किस तरह का व्यक्ति है?” 

पुलिस ने भगदड़ के दौरान पाया कि मृतक महिला ने मौत होने पर भी अपने बेटे को पकड़ रखा था (जो बेहोश हो गया था)। उन्होंने कहा कि जब पुलिस अल्लू के खिलाफ मामले की जानकारी देने उनके घर पहुंची तो अभिनेता ने कथित तौर पर पुलिस के साथ ठीक से व्यवहार नहीं किया। 

उन्होंने फिल्मी हस्तियों की इस बात के लिए आलोचना की कि वे अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी के बाद उनसे मिलने के लिए उनके घर की ओर कूच कर गए लेकिन घटना में घायल होने के बावजूद अस्पताल में इलाज करा रहे लड़के से मिलने के लिए उन्होंने सहानुभूति तक नहीं दिखाई। 

उन्होंने कहा, “मैं फिल्मी हस्तियों से अपील करता हूं कि उन्हें अमानवीय व्यवहार नहीं करना चाहिए।” रेड्डी ने यह भी कहा कि भगदड़ में मौत जैसी अप्रिय घटनाएं होने पर कोई विशेषाधिकार नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार आम लोगों को परेशान करने वालों को नहीं बख्शेगी। हैदराबाद के संध्या थिएटर में चार दिसंबर को भगदड़ जैसी स्थिति के दौरान 35 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई और उसके आठ वर्षीय बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।  

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