बदायूं: अमित शाह के बयान से नाराज सपाईयों को नहीं निकालने दिया जुलूस, कांग्रेस ने किया उपवास
कार्यालय से निकलते ही पुलिस ने रोका, सदर एसडीएम ने मौके पर जाकर लिया ज्ञापन
बदायूं, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी कार्यालय पर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। जुलूस निकालने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने रोक लिया। एसडीएम सदर मोहित कुमार को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। वहीं महिला मोर्चा ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन दिया।
सपा के जिलाध्यक्ष आशीष यादव और समाजवादी पार्टी शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष चंद्रकेश यादव उर्फ गुरुजी ने कहा कि संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय संविधान निर्माता, करोड़ों दलित व पिछड़ा वंचितो के भगवान भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। जिससे लोगों को आघात पहुंचा है। इससे भाजपा की संविधान विरोधी मानसिकता प्रकट होती है। यह खेदजनक है। कहा कि गृहमंत्री को जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्हें मंत्री मंडल से हटाया जाए। ज्ञापन में लिखा कि सपा का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्री और संविधान को मजबूत बनाना है। जिससे दलित, पिछड़ा समाज के जीवन में खुशहाली आए। इस मौके पर शेखूपुर विधायक हिमांशु यादव, कैप्टन अर्जुन सिंह, शिशुपाल सिंह, फखरे अहमद शोबी, आमित सुल्तानी, नरोत्तम यादव, महेंद्र प्रताप सिंह, अर्जुन पाल, लक्ष्मण प्रसाद, असरार अहमद, वीरेंद्र, ऋषिपाल, किशनवीर आदि उपस्थित रहे। वहीं कलेक्ट्रेट पर महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष संतोष कश्यप ने कहा कि टिप्पणी से देश के पिछड़े, दलित, वंचित एवं शोषित, आधी आबादी जनमानस को गहरा आघात पहुंचा है। बबीता कश्यप, माला शर्मा, सरिता यादव, विनीत कश्यप, कमलेश यादव, जया सिंह, अरुण यादव, प्रेमवती शाक्य, शब्बो खान, यशोदा, रेखा, नूरजहां, आरती ठाकुर आदि शामिल रहीं।
गृहमंत्री की टिप्पणी को लेकर कांग्रेसियों ने रखा उपवास
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एससी-एसटी विभाग के अध्यक्ष तनुज पूनिया के आह्वान पर बाबा साहब पर गृहमंत्री की टिप्पणी को लेकर कांग्रेसियों ने डॉ. भीमराव अंबेडकर पार्क में धरना-प्रदर्शन किया और उपवास रखा। एसडीएम को ज्ञापन देकर गृहमंत्री के इस्तीफा की मांग की। धरना की अध्यक्षता करते हुए कांग्रेस के एससी-एसटी विभाग के जिलाध्यक्ष मुनेंद्र कनौजिया ने कहा कि संसद में बाबा साहब पर जो टिप्पणी की गई है वह कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। गृहमंत्री इस्तीफा दें या माफी मांगे। जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह ने कहा कि बाबा साहब पर की गई टिप्पणी निंदनीय है। यह महापुरुष का अपमान है। प्रदेश सचिव जितेंद्र कश्यप ने कहा कि यह बाबा साहब का अपमान नहीं बल्कि देश का संविधान बनाने वाले का अपमान है और रजनी सिंह ने कहा कि संविधान को बनाने वाले का अपमान सहन नहीं करेंगे। प्रदेश सचिव अजीत सिंह यादव ने टिप्पणी को अशोभनीय बताया। आतिफ खान, वीरेश तोमर, सुरेश राठौर, मोरपाल प्रजापति, मुन्नालाल सागर, राम रतन पटेल, ओम प्रकाश प्रजापति, पूजा कनौजिया, रफत अली, अकील अहमद आदि शामिल रहे। संचालन इगलास हुसैन ने किया। एसडीएम को ज्ञापन देकर उपवास समाप्त किया।
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