बरेली: वाह रे बेटा...नहीं मिला पैसा तो मां को ही तमंचे का फोटो भेजकर धमकाया

मां की शिकायत पर पुलिस ने किया गिरफ्तार, पूना में एलएलबी की पढ़ाई कर रहा है युवक

बरेली: वाह रे बेटा...नहीं मिला पैसा तो मां को ही तमंचे का फोटो भेजकर धमकाया

बरेली,अमृत विचार। एलएलबी के छात्र ने पूना जाने के लिए पैसे न देने पर अपने परिजनों को ही जान से मारने की धमकी दे दी। उसने मां को व्हाट्सएप पर तमंचे के साथ फोटो भेजे और लिखा कि जिस दिन कारतूस मिल जाएंगे उस दिन जान से मार देगा। मां ने जनसुनवाई पोर्टल पर बेटे की शिकायत की। एसएसपी के निर्देश पर थाना कोतवाली पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार शाम गिरफ्तार कर लिया और शनिवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। बेटा पीलीभीत के एक गांव से तमंचा खरीदकर लाया था।

कोतवाली की मठ की चौकी के इंचार्ज वेद सिंह ने बताया कि आलमगीरीगंज निवासी नवीन अग्रवाल खाली पीपों का व्यापार करते हैं। उनकी पत्नी मनीषा अग्रवाल का आरोप है कि उनके व्हाट्सएप पर उनके बेटे अंश ने तमंचे के साथ फोटो भेजा और धमकी दी कि जिस दिन कारतूस मिल जाएंगे उसी दिन मां-बाप को जान से मार देगा। बेटे की धमकी वह डर गईं और उन्होंने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की थी। शिकायत के बाद वह मनीषा के साथ मठ की चौकी के पास पीपल वाली गली में पहुंचे और अंश को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी कोतवाली दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी को चालान करके जेल भेज दिया गया है।

पुलिस पूछताछ में अंश ने बताया कि वह एलएलबी चतुर्थ वर्ष का छात्र है। वह पूना के भारतीय विद्यापीठ लॉ कॉलेज में पढ़ता है। उसके पिता नवीन अग्रवाल परेशान करते हैं। इसलिए उन्हें धमकाने के लिए पीलीभीत जिले के एक गांव से चार हजार रुपये में तमंचा लेकर आया। उसका मकसद सिर्फ पिता को धमकाना था। वह पूना जाने के लिए दो दिन से पिता से पैसे मांग रहा था लेकिन पैसे नहीं दिए। वहीं पुलिस का कहना है कि अंश के खिलाफ पूना में भी मुकदमा दर्ज है।

घाटे में व्यापार फिर भी खर्च किए 20 लाख
पुलिस के मुताबिक नवीन अग्रवाल ने बेटे का दाखिला 20 लाख रुपये खर्च करके अच्छे कॉलेज में कराया था। वहीं उन्हें व्यापार में लगातार घाटा पड़ता रहा, जिससे आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई। नवीन अग्रवाल किराये के मकान में रहते हैं, इसके बाद भी उनका बेटा पैसे देने का दबाव बना रहा है। बताया कि पूना में वह गलत संगत में पड़ गया, इसलिए नवीन को बेटे के भविष्य को लेकर चिंता सताने लगी। जिस वजह से वह उसे वहां नहीं भेजना चाह रहे हैं।