Video: सर्जरी के दौरान फैलता है प्रदूषण, ओजोन परत पर भी पड़ता है असर, AI से लगेगी लगाम
AI से मरीज, डॉक्टर और स्टाफ की सुधरेगी सेहत, पर्यावरण को भी नहीं होगा नुकसान
पीजीआई तैयार कर रहा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित प्रोग्राम
एनेस्थीसिया विभाग के 37वें स्थापना दिवस पर आयोजित कांफ्रेंस में दी गई जानकारी
लखनऊ, अमृत विचार। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में माड्यूल तैयार हो गया है। ओटी स्थित वर्क स्टेशन पर कई मशीनें लगाई गईं जो मरीजों का सारा डाटा फीड करती हैं। जिससे आने वाले समय में मरीज को और बेहतर इलाज मिल सकेगा। साथ ही वातावरण में मानव सर्जरी के दौरान उत्पन्न होने वाले प्रदूषण पर भी लगाम लगेगी। जिससे ओटी में मौजूद मरीज, डॉक्टर और अन्य स्टाफ की सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ेगा। यह जानकारी एसजीपीजीआई स्थित एनेस्थीसिया विभाग के 37वें स्थापना दिवस पर आयोजित कांफ्रेंस के दौरान शनिवार को एचओडी प्रो. प्रभात तिवारी ने दी है।
सर्जरी के दौरान फैलता है प्रदूषण, ओजोन परत पर भी पड़ता है असर, AI से लगेगी लगाम pic.twitter.com/f86PYN8bSs
— Amrit Vichar (@AmritVichar) October 5, 2024
प्रो. प्रभात तिवारी ने बताया कि आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के एल्गोरिदम से मानव सर्जरी के दौरान इस्तेमाल होने वाली ऑक्सीजन तथा अन्य गैसों की खपत कम होगी। जिससे इलाज का खर्च कम होगा। साथ ही एनेस्थीसिया में बहुत से ऐसे एजेंट का इस्तेमाल होता है जो फ्लोरीनेटेड ईथर गैसे होती हैं। इनका भी एआई की मदद से जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल होगा, तो प्रदूषण भी कम होगा। यही गैस प्रदूषण के लिए जिम्मेदार होती हैं। दुनियाभर में होने वाली सर्जरी को मिला कर देखा जाये तो इतनी अधिक मात्रा में यह गैसे निकलती हैं कि इसका बुरा असर ओजोन परत पर भी पड़ सकता है। आने वाले समय में एआई से इस तरह की समस्या से निजात मिलेगी। जिसका सुरक्षित असर ओटी में मौजूद डॉक्टर, मरीज और अन्य स्टाफ पर भी देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि अभी जिस सिस्टम से हम प्रदूषण रोकने का काम करते हैं, एआई से वह और अधिक प्रभावी हो जायेगा।
एनेस्थीसियोलॉजी विभाग का 37 वां स्थापना दिवस समारोह
एनेस्थीसियोलॉजी विभाग की तरफ से प्रो. सोमा कौशिक सभागार में आयोजित 37 वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान कोच्चि स्थित अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रोफेसर प्रवीण कुमार नीमा मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। इस दौरान 200 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संदीप खूबा, डॉ. दिव्या श्रीवास्तव, डॉ. रुचि वर्मा, डॉ. सुरुचि, डॉ. दिव्या अरोड़ा, राजीव सक्सेना और विभाग के रेजिडेंट्स चिकित्सको द्वारा किया गया।
इनको किया गया सम्मानित
सर्वश्रेष्ठ जूनियर रेजिडेंट III: डॉ. एस्थर ओवक,
सर्वश्रेष्ठ कार्यालय कर्मचारी: सुरेश पाल,
सर्वश्रेष्ठ कार्यालय कर्मचारी (आउटसोर्स): मीनू सिंह, सर्वश्रेष्ठ नर्सिंग अधिकारी: मीना,
सर्वश्रेष्ठ नर्सिंग अधिकारी ( आउटसोर्स): विमल कुमार, सर्वश्रेष्ठ तकनीकी अधिकारी: लल्लन गुप्ता, सर्वश्रेष्ठ तकनीकी अधिकारी (आउटसोर्स): अखिलेश कुमार, सर्वश्रेष्ठ कार्यालय सहायक: राम किशुन, ड्राइंग और कला के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र: डॉ. रुमित भगत।
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