बुढ़ापे से जवान बनाने का झांसा...222 लोगों से 35 करोड़ की ठगी, कानपुर के ठग दंपती फरार, ऐसे करते थे पूरा खेल, अब SIT करेगी जांच
जवानी की मशीन से ठगी मामले की होगी एसआईटी जांच
कानपुर, अमृत विचार। इजरायल निर्मित मशीन से थेरेपी देकर 60 की उम्र वाले लोगों को 25 साल जैसा जवान बनाने का झांसा देकर करीब 35 करोड़ रुपये ठगने वाले दंपति राजीव दुबे और उसकी पत्नी रश्मी का पुलिस अभी तक सुराग नहीं लगा सकी है। 13 दिनों में पुलिस के पास अमीर घरों की महिलाओं और कुछ वृद्धों की 9 शिकायतें आ चुकी हैं।
माना जा रहा है कि ठगे जाने के बावजूद बदनामी या उपहास का पात्र बनने से बचने के लिए काफी पीड़ित अभी सामने नहीं आ रहे हैं। डीसीपी अंकित शर्मा ने शुक्रवार देर रात बताया कि इस मामले में गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम को एसआईटी जांच का पत्र भेजा गया है।
जवानी की मशीन दिखाकर शातिर ठग दंपति ने अमीर घरों की महिलाओं और बुजुर्गों से 1-1 लाख रुपये लेकर उन्हें मल्टीलेवल मार्केटिंग का सदस्य बनाया था। एक पीड़ित महिला ने दंपति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी। अब तक ठगी के शिकार जो 9 लोग सामने हैं, सभी मल्टीलेवल मार्केटिंग का हिस्सा बनाए गए थे। प्रत्येक सदस्य कम से कम 20-20 लोगों को जोड़ रहा था।
पुलिस जांच में कुल 222 लोगों को जोड़ने की जानकारी आई है। यह भी पता चला है कि जिस थेरेपी मशीन से पीड़ितों को डेमो दिया गया था, वह इजरायल निर्मित थी लेकिन जो मशीन उन्हें दिखाई गई वह लोकल लग रही थी।
स्वास्थ्य विभाग नहीं कर रहा सहयोग
डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि उन्होंने सीएमओ को मशीन की जांच के लिए पत्र लिखा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग कोई सहयोग नहीं कर रहा है। पुलिस जांच में तमाम ऑडियो, वीडियो और एक एप की बात सामने आई है जो आरोपी दंपति लोगों को डाउनलोड कराते थे। सूत्रों के मुताबिक दंपति के साथ और भी लोग इस ठगी में शामिल हैं, पुलिस उनका पता लगा रही है।
3 तरह के ट्रांजेक्शन की जानकारी
ठगी के इस अनोखे मामले में डीसीपी साउथ के अनुसार 3 तरह से मनी ट्रांजेक्शन हुआ है। पहला कैश, दूसरा ऑनलाइन और तीसरा चेक के जरिए। कुल कितना ट्रांजेक्शन हुआ, अभी कहना मुश्किल है। पुलिस टीम मनी ट्रेल पर काम कर रही है। जांच तमाम विभागों से जुड़ी है। इसलिए जल्दी ही एसआईटी बनाकर जांच की जाएगी।
6 और लोगों ने दर्ज कराए बयान
शुक्रवार को 6 और लोगों ने पुलिस को बयान दर्ज कराए। मामले में जो 6 तहरीर आई थीं, उन लोगों को बुलाकर जानकारी की गई है। कुल 8 पीड़ितों ने तहरीर दी है।
जिम की आड़ में चल रहा था धंधा
जिम की आड़ में ठगी का यह कारोबार चल रहा था। आरोपी दंपति ने 2031 तक का एग्रीमेंट मकान मालिक से किया था। कई महीनों से किराया न चुकाने पर मकान मालिक ने उन्हें नोटिस भी दिया था।
ये था मामला
शहर में लोगों को जवान बनाने का झांसा देकर ठग दंपति ने किदवई नगर में थेरेपी सेंटर खोला था। लोगों को फोटो और वीडियो दिखाकर बताया गया कि इजराइल में बनी मशीन से उन्हें जवान बना देंगे। मशीन से एक थैरेपी पैकेज की कीमत 90 हजार रुपये बतायी गई। नेटवर्किंग के जरिए और लोगों को जोड़ने का जाल बिछाया गया। इस तरह 35 करोड़ की ठगी की गई।