राम मंदिर दर्शन करने पहुंचे Kanpur आईआईटी के छात्र; जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय से भी मिले
कानपुर, अमृत विचार। आईआईटी कानपुर से अयोध्या में श्रीराम मंदिर के दर्शन करने पहुंचे छात्रों ने जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय से भी भेंट की। महामंत्री ने अयोध्या में होने वाले परम्परागत एकत्रीकरण, मेलों की चर्चा करते हुए आईआईटी छात्रों से कहा कि उन तिथियों में यहां का भ्रमण कर पुरातनकाल की सांस्कृतिक विरासत को समझना चाहिए कि किस तरह सुगम मार्गों के न होने पर भी कठिनाई सहकर पूर्वजों ने विभिन्न परिक्रमाएं, मेलों की परम्परा जीवित रखी।
चंपत राय ने सभी छात्रों से क्रमशः उनके रुचि के शैक्षिक विषयों की जानकारी ली। एकोहम बहुस्यामि की व्याख्या करते हुए चम्पत राय ने कहा कि एक ने अयोध्या दर्शन का मन बनाया, उनसे दो, दो से चार जुड़ते हुए इतने लोग साथ आ गए। ठीक इसी तरह बढ़ते हुए सम्पूर्ण सृष्टि का निर्माण हुआ। महामंत्री ने कहा कि देश के विभिन्न राजनीतिक दलों को राम के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए और उन्हें राम का अनुसरण कर उनके दिखाए मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए।
अयोध्या के इतिहास की संक्षिप्त चर्चा में चंपत राय ने कहा कि जब काल ने श्री राम से पृथ्वी पर उनके मनुष्य रूप में की जाने वाली लीला के समय समाप्ति की जानकारी दी और अपने धाम चलने के लिए निवेदन किया तो राम ने संपूर्ण अयोध्या की जिम्मेदारी हनुमंत लाल को सौंप कर स्वयं सरयू में जल समाधि ले ली| वहां उन्होंने भौतिक शरीर को नष्ट कर दिया| सरयू में उस समाधि स्थान को आज गुप्तार घाट के रूप में जाना जाता है। इसके बाद ही से अयोध्या के राजा के रूप में हनुमान जी सदैव विराजमान रहते हैं।