बरेली : विवादित मस्जिद से अब छेड़छाड़ हुई तो होगी सख्त कार्रवाई

केला डांडी पहुंचे डीएम और एसएसपी ने फोर्स के साथ गांव में मार्च के बाद थाने में दोनों पक्षों से की बातचीत

बरेली : विवादित मस्जिद से अब छेड़छाड़ हुई तो होगी सख्त कार्रवाई

क्योलड़िया/बरेली, अमृत विचार। विवादित मस्जिद की दीवार गिराए जाने के बाद केला डांडी गांव में पुलिस की तैनाती के बीच अब तनाव भरी शांति है। रविवार को जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत पुलिस-प्रशासन के तमाम अधिकारियों ने चार थानों के फोर्स के साथ पूरे गांव का दौरा किया। इसके बाद थाने में दोनों पक्षों से भी बात की। जिलाधिकारी ने उन्हें आगाह किया कि विवादित इमारत से किसी भी छेड़छाड़ पर कठोर कार्रवाई होगी।

मुस्लिम पक्ष ने यह भी लिखकर दिया कि वे वहां न नमाज पढ़ेंगे न कोई नया निर्माण कराएंगे। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, पुलिस अधीक्षक देहात उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा समेत गांव पहुंचे तमाम अधिकारियों ने फोर्स के साथ फ्लैग मार्च किया। फिर विवादित मस्जिद का निरीक्षण करने पहुंचे। पहले ताला खोलकर अंदर जाने की कोशिश की गई लेकिन जंग होने की वजह से ताला नहीं खुला। इसके बाद अफसर पड़ोस के घर की छत पर चढ़े तो पाया कि विवादित भवन के अंदर घास उगी हुई है। यहां से अधिकारियों का काफिला थाने पहुंचा तो पीछे-पीछेहिंदू पक्ष के सैकड़ों लोग भी पहुंच गए। जिलाधिकारी के निर्देश पर तीन लोगाें को ही अंदर आने दिया गया। इस पर जिला पंचायत सदस्य सुमित वर्मा, कालीचरन गंगवार और परमिंदर गंगवार ने पहुंचकर अपनी बात रखी। जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि विवादित धर्मस्थल से अब अगर किसी ने छेड़छाड़ की तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अफसरों के बात करने के बाद मुस्लिम समाज की ओर से मौलाना फिदा हसैन, अल्ताफ, शमशाद हुसैन, मोहम्मद शाह, मुन्ने ने एसडीएम और सीओ को लिखित दिया कि प्रशासन के आदेश के बगैर वे विवादित मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ेंगे, कोई निर्माण कार्य भी नहीं कराएंगे। बता दें कि केला डांडी में विवादित मस्जिद की दीवार शुक्रवार दोपहर कुछ लोगों ने तोड़ दी थी। इसके बाद दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और सांप्रदायिक टकराव की नौबत आ गई। पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे एसडीएम और सीओ ने मजदूर लगाकर दोबारा दीवार का निर्माण कराया तो हिंदू पक्ष के लोग इसके पक्ष में हंगामा करते हुए धरने पर बैठ गए। विधायक डॉ. एमपी आर्य भी ढाई घंटेधरने पर बैठे थे। इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। प्रशासन ने गांव में चार थानों के पुलिस फोर्स के साथ पीएसी तैनात कर रखी है।