फतेहपुर में रोडवेज स्टेशन अधीक्षक का घूस लेते वीडियो वायरल: बस का पहले नंबर लगाने को ली जा रही थी रिश्वत, ARM ने बैठाई जांच

बस का पहले नंबर लगाने को ली जा रही थी रिश्वत

फतेहपुर में रोडवेज स्टेशन अधीक्षक का घूस लेते वीडियो वायरल: बस का पहले नंबर लगाने को ली जा रही थी रिश्वत, ARM ने बैठाई जांच

फतेहपुर, अमृत विचार। पहले बस का नंबर लगाने के लिए रोडवेज बस स्टैंड पर स्टेशन अधीक्षक के द्वारा बाद परिचालक से रिश्वित लिया जा रहा। जिसके किसी बस चालक ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। हालांकि अमृत विचार डॉट कॉम ऐसे किसी भी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। वीडियो वायरल होने के बाद एआरएम ने जांच बैठा दी है। जांच के बाद कार्रवाई की बात कही जा रही है।

सोशल मीडिया में स्टेशन अधीक्षक के द्वारा बस परिचालक से सबसे पहले बस का नंबर लगाने के नाम रिश्वत के रूप में दो से पांच सौ रुपए की मांग की जाती है। बस परिचालक से स्टेशन अधीक्षक का रिश्वत लेते वीडियो सामने आया। वह वायरल वीडियो शहर के ज्वालागंज स्थित सरकारी रोडवेज बस स्टैंड का है। जहां से बसों को रवाना किया जा रहा है। बस का पहले नम्बर लगे इसके लिए परिचालकों से रिश्रत लिया जाता है। 

वीडियो में साफ सुना और देखा जा सकता है। कि बस का पहले नंबर लगाने के लिए एक परिचालक पहले सौ रुपये देता है और फिर सौ रुपये जब देता है तो महिला स्टेशन अधीक्षक उससे पांच सौ की मांग कर रही है। राजधानी बस आने से पहले बस लेकर जाने की बात वीडियो में कहते सुना जा सकता है। 

इस मामले में एआरएम विपिन अग्रवाल ने बताया कि बस स्टेशन अधीक्षक पुष्पांजलि के द्वारा बस का पहले नंबर लगाने के नाम संविदा बस परिचालक हिमांशु गुप्ता ने आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया है। इस मामले में दोनों लोगों से लिखित में अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। जांच के बाद कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि फतेहपुर सरकारी बस स्टैंड से रोज 121 बसों का संचालन बांदा, चित्रकूट, महोबा, कानपुर, आगरा, दिल्ली, प्रयागराज, रायबरेली और अयोध्या के लिए होता है।

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