लखीमपुर खीरी: 78 पर्चे निरस्त करने के खिलाफ दूसरे दिन भी जारी रहा धरना

न्याय नहीं मिला तो रविवार को दस बजे से किसान यूनियन करेगी बड़ा आंदोलन

लखीमपुर खीरी: 78 पर्चे निरस्त करने के खिलाफ दूसरे दिन भी जारी रहा धरना

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। गन्ना समिति के डेलीगेट पदों के लिए हुए नामांकनों में 78 पर्चे निरस्त करने पर आवेदकों में आक्रोश फैल गया। सपा और भाकियू के कार्यकर्ताओं का शुक्रवार को शुरू हुआ धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। किसान नेताओं ने शनिवार को एसडीएम से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा। सपाइयों और यूनियन नेताओं की मांग है कि निरस्त पर्चों को बहाल किया जाए और संबंधित आरओ पर कार्रवाई की जाए। सपा और भाकियू नेताओं ने ज्ञापन देने के दौरान एलान किया है कि न्याय नहीं तो वह रविवार को सुबह दस बजे से बड़ा आंदोलन करेंगे।

मोहम्मदी के सहकारी गन्ना समिति में डेलीगेट का पर्चे दाखिल हुए थे। इनमें अंगूठा लगाने वाले प्रत्याशियों के पर्चे प्रमाणित नहीं थे। चुनाव अधिकारी ने अंगूठा प्रमाणित न किए जाने का आरोप लगाकर 78 नामांकन निरस्त कर दिया। इसकी जानकारी जब प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को हुई तो अफरा-तफरी मच गई और लोग भड़क गए। हंगामा करते हुए प्रत्याशियों ने समर्थकों के साथ समिति का घेराव कर लिया। इसके बाद वे धरने पर बैठ गए।  नामांकन रद होने के बाद 183 उम्मीदवार चुनाव मैदान में बचे हैं। धरने पर बैठने की जानकारी होते ही रिटर्निंग ऑफिसर रोहित सिंह ने अपना अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और मौका पाकर कार्यालय से निकल गए। प्रत्याशी और समर्थक जब एसडीएम से मिले तो उन्होंने इसे आरओ के अधिकार क्षेत्र का बताकर पल्ला झाड़ लिया। दूसरे दिन भी समिति के गेट पर धरना जारी है। धरने पर सपा नेता क्रांति कुमार सिंह, प्रदेश सचिव सपा महिला सभा अंजली सिंह, जिलाध्यक्ष महिला सभा प्रख्याति खरे, जिला महासचिव महिला सभा आरती सिंह, भाकियू नेता राजपाल शर्मा, दिलबाग सिंह, दानिश अब्दुल्ला, सगीर आलम, इकरार खां सहित काफी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी धरने पर बैठे हैं। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन राकेश टिकैत के भतीजे गौरव टिकैत सहकारी गन्ना समिति प्रकरण में धरने पर पहुंचे। उन्होंने बताया रविवार की सुबह दस बजे तक न्याय नहीं मिलेगा तो किसान यूनियन पूरी टीम के साथ प्रदर्शन करेगी। उन्होंने एसडीएम डॉ. अवनीश कुमार से धरनास्थल पर एक पत्र सौंपा।