जलस्तर अधिक होने से निचले इलाकों में भरा बाढ़ का पानी : एक दर्जन से अधिक गांव के लोग चपेट में आए

कोई तख्त तो कोई मकान पर रहने को मजबूर

जलस्तर अधिक होने से निचले इलाकों में भरा बाढ़ का पानी :  एक दर्जन से अधिक गांव के लोग चपेट में आए

बिछिया, बहराइच, अमृत विचार। जिले में हो रही बारिश और बढ़ रहे जलस्तर के चलते मोतीपुर तहसील क्षेत्र में बाढ़ का पानी गांवों में घुस गया है। लोग तख्त और ऊंचे स्थान पर निवास करने को मजबूर हैं। 

जिले में 2 दिन से बारिश हो रही है। हालांकि शुक्रवार को बारिश नहीं हुई। लेकिन नेपाल के पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते पानी जिले को छोड़ा जा रहा है। नेपाल के पहाड़ों से छोड़े जा रहे पानी के चलते मोतीपुर के गिरिजापुरी बैराज, गोपिया बैराज और शारदा बैराज का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जिसके चलते गिरिजापुरी बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं। फाटक खुलने और जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी भरने लगा है। मोतीपुर तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र गुप्तापुरवा, संपतपुरवा, धनियाबेली, नौका पुरवा ,त्रिलोकी गौढ़ी ,रामपुर रतिया, जंगल गुलरिया, आनंद नगर, बड़खड़िया, सुजौली बाढ़ के पानी से भरा हुआ है।

पानी आने से लोगो के घरों में जलभराव हो गया है। पांच से छह फीट पानी अधिक होने से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है। पानी घरों में भरा होने से कोई तख्त तो कोई मकान के छत पर रहने को मजबूर है। गांवों में जलभराव की जानकारी होने पर एसडीएम संजय कुमार ने निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मोतीपुर तहसील क्षेत्र के गांवों में कुछ पानी आया है। यह दिक्कत नेपाल के पहाड़ों पर हो रही बारिश से उत्पन्न हुई है। पानी पर निरंतर नजर रखी जा रही है। अभी बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है।

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