लखीमपुर खीरी: तिकुनिया के दरोगा, सिपाही समेत तीन के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज
सीजेएम के आदेश पर कोतवाली तिकुनिया में दर्ज हुआ केस
लखीमपुर खीरी,अमृत विचार। कस्बा तिकुनिया निवासी पेट्रोल पंप मालिक को कमरे में बंद कर सादे कागजों पर हस्ताक्षर कराने, धमकाने और पिटाई के मामले में तिकुनिया पुलिस ने सीजेएम के आदेश पर आरोपी एसआई, एक सिपाही समेत तीन लोगों के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज की है।
कोतवाली तिकुनिया के गांव सुथना बरसोला निवासी सागर अग्रवाल ने बताया कि उसका तिकुनिया में पेट्रोल पंप है। घटना चार मई की है। वह रात करीब नौ बजे पेट्रोल पंप बंद करके जा रहा था। उसके पास एक लाख रुपये का कैश था। रास्ते में वह शानू गुप्ता की दुकान पर अपने बच्चों के लिए सामान लेने के लिए रुक गया। उसी समय शानू गुप्ता की दुकान के अंदर से गांव का ही अशोक निषाद उर्फ अशोक मिस्त्री नशे में आया। आते ही दुकान पर खड़े अन्य लोगो के साथ-साथ उन्हें (सागर अग्रवाल) भी गालियां देने लगा। गालियां देने का जब उन्होंने विरोध किया तो धमकाते हुए जान से मार देने की नियत से दौड़ा लिया। वह किसी तरह से जान बचाकर भागा। आरोप है कि अशोक निषाद ने बाइक से पीछा कर उसे गली में घेर लिया और कमर में लगा तमंचा निकालने लगा। शोर शराबा होने पर कई लोग मौके पर आ गए तब जाकर जान बची। उन्होंने आरोपी के खिलाफ एक तहरीर पुलिस को दी। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस भेज दिया।
मेडिकल के बहाने थाने बुलाया फिर पीटा
आरोप है कि कुछ देर बाद पीड़ित को मेडिकल कराने के बहाने से फिर बुलाया। जब वह कोतवाली पहुंचा तो एसआई आलोक कुमार व एक सिपाही ने उसे कार्यालय के कमरे में बंद कर लिया। जबरन कुछ कागजात पर हस्ताक्षर कराकर धारा शांतिभंग के आरोप में चालान भेजा। धमकाया कि यदि अन्य कोई कार्रवाई की तो अगली बार ऐसे फर्जी मुकदमे में बंद करेंगे कि जीवन भर जेल से छूट नहीं पाओगे। उन्होंने बताया कि उसके पास मारपीट व थाने की कार्रवाई की सीसीटीवी फुटेज व वीडियो रिकॉर्डिंग मौजूद है। प्रभारी निरीक्षक तिकुनिया अमित सिंह भदौरिया ने बताया कि सीजेएम के आदेश पर एसआई समेत तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की विवेचना निरीक्षक अपराध विजय कुमार मिश्रा को सौंपी गई है।