Unnao: गंगा का जलस्तर घटने के बाद भी हालात बद से बदतर, घरों को छोड़कर अस्थायी झोपड़ियों में रहने को मजबूर लोग

Unnao: गंगा का जलस्तर घटने के बाद भी हालात बद से बदतर, घरों को छोड़कर अस्थायी झोपड़ियों में रहने को मजबूर लोग

उन्नाव, अमृत विचार। गंगा का जलस्तर में विगत तीन दिनों से गिरावट दर्ज की जा रही है, इसके बावजूद जलस्तर चेतावनी बिंदु के ऊपर चल रहा है। जिस कारण शुक्लागंज के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कई रिहायशी इलाकों में पानी भरा हुआ है। जिससे यहां के रहने वाले लोगों को मुसीबतें उठानी पड़ रही हैं। 

बता दें शुक्रवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था, लेकिन रविवार से जलस्तर में कमी आने लगी। सोमवार शाम 5 बजे गंगा का जलस्तर 112.940 मीटर दर्ज किया गया, जो मंगलवार दोपहर को घटकर 112.740 मीटर हो गया। वहीं शाम 5 बजे 112.690 मीटर दर्ज किया गया। यह खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर नीचे है, गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के ऊपर चल रहा है। 

चौबीस घंटे के अंदर केन्द्रीय जल आयोग ने 25 सेंटीमीटर जलस्तर में गिरावट दर्ज की है। नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में जलमग्नता ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वहीं चम्पापुरवा, राजीव नगर, फत्तेहपुर, गगनी खेड़ा, गोताखोर, रविदास नगर, श्रीनगर, अंबिकापुरम, गायत्री नगर, भातू फार्म और अन्य क्षेत्रों में सैकड़ों मकान जलमग्न हैं। 

प्रभावित गांवों में राशन और अन्य आवश्यक सामान जुटाने में लोगों को कठिनाई हो रही है। कई परिवार अपने घरों को छोड़कर अस्थायी झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं। वहीं लोग नावों से आवामगन कर रहे हैं। बाढ़ प्रभावितों ने बताया, हमारे घरों में पानी भरा हुआ है, जिससे दैनिक जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। न तो बिजली है और न ही पेयजल, जिससे हमारी समस्याएं और बढ़ गई हैं।

पानी कम होने पर शुरू हुई बिजली

मंगलवार को जलस्तर कम होने के बाद विभाग ने श्रीनगर, शारदा नगर, सरजू नगर, गगनी खेड़ा, सरैयां, नेतुआ, शक्तिनगर, गंगानगर, अवस्थी फार्म में बिजली सप्लाई चालू कर दी है। वहीं अन्य मोहल्लों की बिजली बाढ़ का पानी कम होने पर चालू की जायेगी।

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