Kanpur News: हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस फैला, मुंह में हो रहे घाव...हैलट व उर्सला अस्पताल में मरीजों की भीड़

Kanpur News: हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस फैला, मुंह में हो रहे घाव...हैलट व उर्सला अस्पताल में मरीजों की भीड़

कानपुर, अमृत विचार। मौसम में हो रहे बदलाव से शरीर की इम्यूनिटी पॉवर प्रभावित होकर कमजोर हो रही है। ऐसे में लोग हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस के साथ ही चिकनपॉक्स व अन्य वायरल बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस की वजह से लोगों के मुंह के अंदर घाव तक हो जा रहे हैं, जिसकी वजह से खाने में दिक्कत हो रही है। 

हैलट और उर्सला अस्पताल के चर्म रोग विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन सात से आठ सौ मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जिनमे दाद, खाज, खुजली व शरीर में दाने, चकत्ते आदि के मरीजों की संख्या अधिक है। दोनों अस्पतालों में हर्पीज सिम्प्लेक्स नामक वायरस से ग्रस्त मरीजों की संख्या भी बढ़ी है, जिनको वायरस की वजह से मुंह के अंदर घाव तक हो गया। 

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में चर्म रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. देव शिवहरे ने बताया कि यह वायरस आमतौर पर होठों के आसपास या मुंह के अंदर घाव पैदा करता है, जिसे कभी-कभी बुखार के छाले या कोल्ड सोर कहा जाता है। यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को ध्वस्त कर शरीर में फोड़े-फुंसियां पैदा करता है। रोगियों में कमजोर इम्यूनिटी के कारण इस तरह के मामले देखे जा रहे हैं। क्योंकि इस मौसम में अधिकांश लोगों की इम्यूनिटी पॉवर कमजोर होती है। 

वायरस से हो सकते फ्लू जैसे लक्षण 

एचएसवी-1 मुख्य रूप से मौखिक दाद का कारण बनता है और आमतौर पर मुंह के आसपास व चेहरे पर कोल्ड सोर का कारण बनता है। जबकि एचएसवी-2 मुख्य रूप से जननांगों में दाद का कारण बनता है। उर्सला अस्पताल के चर्म रोग विभाग के डॉ.आशीष ने बताया कि इस वायरस से होने वाले संक्रमण के कारण फ्लू जैसे लक्षण, लिम्फ नोड में सूजन, सिर दर्द, होठों पर या उसके आसपास दाद या घाव होता है। जबकि कुछ लोगों में बिल्कुल भी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। वहीं, यह वायरस आंखों में भी फैल सकता है, जिससे हर्पीज केराटाइटिस नामक स्थिति पैदा हो सकती है। इससे आंखों में दर्द, डिस्चार्ज और आंखों में चुभन महसूस होने जैसे लक्षण हो सकते हैं। 

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