उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश का कानपुर में हो रहा पालन, लापरवाह डॉक्टरों और कर्मियों पर कार्रवाई के लिए बनेगी सूची
कानपुर, अमृत विचार। जिला स्तरीय अस्पतालों से लेकर सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व उपकेंद्रों पर ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों, नर्सों व स्वास्थ्य कर्मियों पर शिकंजा कसा जाएगा।
जिले में हैलट, उर्सला, डफरिन, केपीएम व कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय में अक्सर गंभीर मरीजों को एंबुलेंस या वाहन से उतारने के बाद तीमारदार खुद स्ट्रेचर पर ले जाते हैं या मरीज को गोदी में उठाकर इमरजेंसी पहुंचते हैं। इसी तरह यह शिकायत आम रहती है कि डॉक्टर बार-बार बुलाने पर भी मरीज को देखने नहीं आते हैं। स्टाफ नर्सों का व्यवहार अच्छा नहीं होने के भी आरोप लगते हैं। शहर में 10 सीएचसी और 49 पीएचसी भी हैं। शिकायत है कि कुछ पीएचसी में तो डॉक्टर कई-कई दिनों तक नहीं जाते हैं।
काम के प्रति ऐसी ही लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कड़ी कार्रवाई शुरू की है। उन्होंने अस्पतालों के जिम्मेदार अधिकारियों व सीएमओ को पत्र जारी करके लापरवाह डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की सूची बनाने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों व कर्मचारियों की सूची जल्द तैयार की जाएगी।